भारतीय टीम में शानदार फॉर्म में चल रहे बल्लेबाज अम्बाती रायडू ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने से मना कर दिया। उन्होंने 17 साल प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेला। हैदराबाद क्रिकेट संघ ने एक प्रेस विज्ञप्ति ने रायडू के संन्यास की घोषणा की। इस खिलाड़ी ने टीम इंडिया के लिए सीमित ओवर क्रिकेट खेला है लेकिन टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल पाए।
रणजी ट्रॉफी सहित लम्बे प्रारूप से संन्यास लेकर रायडू वन-डे और टी20 क्रिकेट पर ध्यान लगाना चाहेंगे। घरेलू क्रिकेट में रायडू छोटे प्रारूप में खेलना जारी रखेंगे यह भी हैदराबाद क्रिकेट संघ ने अपने बयान में कहा है। चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए आईपीएल में खेलते हुए रायडू ने बहतर खेल दिखाकर भारतीय टीम में जगह बनाई है।
वेस्टइंडीज के खिलाफ इस खिलाड़ी ने वन-डे सीरीज में 1 शतक और एक अर्धशतक जड़ते हुए 217 रन बनाए थे। इसके बाद उनकी खासी तारीफ हुई थी। इसके अलावा विश्वकप में भारत के लिए चौथे नम्बर के बल्लेबाज के लिए भी उन्हें देखा जा रहा है। कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री भी उनकी बल्लेबाजी से खुश नजर आते हैं।
इस 33 वर्षीय खिलाड़ी ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 97 मैच खेले जिसमें 16 शतक जड़े। लाल गेंद से खेलते हुए उन्हें नहीं देखा जाएगा लेकिन आईपीएल में वे खेलते रहेंगे। इसके अलावा घरेलू क्रिकेट में सफेद गेंद से होने वाले मुकाबले और भारतीय टीम के लिए अंतरराष्ट्रीय सीमित ओवर क्रिकेट में भी वे खेलते रहेंगे।
टीम इंडिया के लिए नम्बर चार के बल्लेबाज के तौर पर काफी समय से कोई स्थायी बल्लेबाज नहीं आया। अम्बाती रायडू इसके एक अच्छे विकल्प बन सकते हैं। उन्होंने निरंतरता दिखाने का प्रयास भी किया है। प्रथम श्रेणी क्रिकेट छोड़ने के बाद उनका ध्यान सिर्फ लिस्ट ए क्रिकेट पर ही रहेगा। इसका फायदा उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मिलेगा। भारतीय टेस्ट टीम के लिए उनकी जगह बनती भी नहीं है।
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