कोयम्बटूर में दिलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy) के सेमीफाइनल मैच में खेलते हुए भारतीय खिलाड़ी वेंकटेश अय्यर (Venkatesh Iyer) के गर्दन में गेंद लगी। इसके बाद वह दर्द से कराह उठे और मैदान पर ही गिर गए। दर्द से पीड़ित अय्यर को देखने के लिए फिजियो मैदान पर दौड़ पड़े। इसके बाद वहां एम्बुलेंस भी बुलाई गई।
वेस्ट ज़ोन के गेंदबाज चिंतन गाजा द्वारा बल्लेबाज पर गेंद फेंकी गई और यह वेंकटेश अय्यर के गर्दन पर लगी और वह जमीन पर गिर गए। अय्यर ने पिछली गेंद पर गाजा को एक छक्का लगाया था जिसके बाद उन्होंने गेंदबाज की दिशा में एक सीधा शॉट खेला था। अपने प्रयास से निराश गाजा ने अय्यर के सिर पर एक अजीबोगरीब थ्रो फेंका।
वेंकटेश अय्यर की जांच के लिए फिजियो दौड़कर मैदान पर आए और बाद में एक एम्बुलेंस मैदान पर आ गई। हालांकि मैदान पर उस समय सभी को राहत मिली जब अय्यर खड़े हुए और ड्रेसिंग रूम में वापस चले गए। बाद में वह नम्बर सात पर बैटिंग करने के लिए वापस मैदान पर आए। हालांकि वह बल्लेबाजी में कुछ खास नहीं कर पाए और 14 रन बनाकर आउट हो गए।
दोनों सेमीफाइनल मुकाबलों के दूसरे दिन आकर्षण का केंद्र पृथ्वी शॉ रहे। उन्होंने सेन्ट्रल जोन के खिलाफ धुआंधार बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए शतक जमाया। दिन का खेल समाप्त होने तक शॉ 96 गेंदों का सामना कर 104 रन बनाकर नाबाद रहे। पिछले मैच में दोहरा शतक जड़ने वाले अजिंक्य रहाणे इस बार फ्लॉप रहे। वह 12 रन बनाकर आउट हो गए। वेंकटेश अय्यर सेन्ट्रल जोन के लिए खेल रहे थे। वेस्ट जोन की टीम एक शानदार बढ़त हासिल करने में सफल रही। वेस्ट जोन की टीम के पास कुल 259 रनों की बढ़त है। यह सेन्ट्रल जोन के लिए अच्छी खबर नहीं है।