वनडे वर्ल्ड कप (ODI World Cup) इतिहास में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की गिनती आज टॉप के बल्लेबाजों में होती है लेकिन एक समय ऐसा भी था जब उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था। जी हाँ, 2011 वर्ल्ड कप में रोहित को टीम ने नहीं चुना गया था और वह घरेलू सरजमीं पर 50 ओवर का आईसीसी टूर्नामेंट खेलने से चूक गए थे। हालाँकि, दाएं हाथ के बल्लेबाज ने हार नहीं मानी और मेहनत करते हुए जोरदार वापसी की और आज उनके नाम वर्ल्ड कप में कई रिकॉर्ड दर्ज हैं।
इस बीच, घरेलू क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज रहे अमोल मजूमदार की भी प्रतिक्रिया आई है, जिनके मुताबिक 2011 वर्ल्ड कप टीम से ड्रॉप होने के झटके ने रोहित शर्मा के करियर को बदलने का काम किया।
स्टार स्पोर्ट्स के शो 'फॉलो द ब्लूज' पर अमोल ने कहा,
मेरे हिसाब से जब उन्हें 2011 वर्ल्ड कप में नहीं चुना गया था जहां टीम ने टूर्नामेंट जीता था तो इससे वह काफी दुखी थे। उसके बाद से वह शानदार रहे हैं। जब उन्हें बाद में (आईपीएल में) कप्तानी मिली, तो इससे उनके कंधों पर जिम्मेदारी जुड़ गई, और वह वास्तव में परिपक्व हो गए। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। यह एक झटका था जिसे उन्होंने सकारात्मक रूप से लिया और इसका उपयोग खुद के बदलाव के लिए किया।
साल 2013 में रोहित शर्मा को आईपीएल में मुंबई इंडियंस की कप्तानी मिली थी और उसके बाद, से उनमें काफी निखार आया। भारत के लिए भी उनकी कप्तानी शानदार रही है और उनकी अगुवाई में टीम ने कुछ प्रमुख सीरीज और एशिया कप जैसे खिताब अपने नाम किये। मौजूदा वर्ल्ड कप में भी टीम उनके नेतृत्व में काफी अच्छा कर रही है और शुरुआती तीनों मुकाबले में जीत दर्ज की है।
वहीं, बल्ले के साथ भी हिटमैन का फॉर्म कमाल का नजर आ रहा है और वह सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में तीसरे स्थान पर हैं। रोहित ने तीन मैचों में 72.33 की औसत से 217 रन बनाये हैं। इस दौरान उनके नाम एक शतक और एक अर्धशतक भी है। हाल ही में उन्होंने वर्ल्ड कप में सबसे तेज 1000 रन बनाने की उपलब्धि हासिल की थी और डेविड वॉर्नर के साथ संयुक्त रूप से सबसे तेज बल्लेबाज बने थे।