रणजी ट्रॉफी 2021-22 का फाइनल 22 जून (बुधवार) से मुंबई और मध्य प्रदेश के बीच खेला जाना है। मुंबई की टीम रणजी की सबसे मजबूत टीमों में से एक है तो वहीं मध्य प्रदेश ने भी लंबे समय के बाद फाइनल में जगह बनाई है। फाइनल मुकाबले से पहले मुंबई के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज और वर्तमान हेड कोच अमोल मजूमदार (Amol Muzumdar) ने कहा है कि फाइनल मुकाबले में पूरा फोकस खिलाड़ियों पर रहना चाहिए। मजूमदार ने कहा,
यह पूरी तरह से खिलाड़ियों के लिए है। जाहिर तौर पर हर टीम के पास अपना इंजन रूम होता है, लेकिन मुख्य फोकस खिलाड़ियों पर होना चाहिए। पंडित ने खुद को साबित किया है। कोच के रूप में यह मेरा पहला सीजन है। मैं तुलना नहीं करना चाहूंगा। जब मैंने यह जॉब ली थी तो पूरे एसोसिएशन ने लाल गेंद की क्रिकेट में वापसी की बात की थी। हमारा मुख्य फोकस यही था। खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है और मुंबई में हर कोई लाल गेंद की क्रिकेट के लिए चिंतित था।
शानदार रहा है इस सीजन मुंबई का प्रदर्शन
मुंबई ने इस सीजन काबिलेतारीफ प्रदर्शन किया है और युवा खिलाड़ियों की अगुवाई में टीम 47वीं बार रणजी फाइनल में पहुंची है। क्वार्टर फाइनल में मुंबई ने उत्तराखंड को 725 रनों के अंतर से हराया था जो फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में रनों के अंतर से सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड हो गया है। सेमीफाइनल में भी उन्होंने उत्तर प्रदेश के खिलाफ दबदबा बनाया था और 746 रनों की बढ़त हासिल की थी।
इस सीजन मुंबई के बल्लेबाजों ने अदभुत प्रदर्शन किया है। सरफराज खान ने केवल सात पारियों में ही सबसे अधिक 803 रन बना दिए हैं। सरफराज ने इस सीजन तीन शतक लगाए हैं जिसमें एक 275 रनों की पारी भी शामिल है। ऑल राउंडर शम्स मुलानी ने पांच मैचों में सबसे अधिक 37 विकेट चटकाने के अलावा पांच अर्धशतक भी लगाए हैं।