भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच क्रिकेट के मैदान में हमेशा से ही काफी पुरानी दुश्मनी रही है। जो अब एक अलग ही लेवल पर पहुंच गई है, खासकर जब से ओस्ट्रेलिया ने 2000-2010 तक वर्ल्ड क्रिकेट पर अपना वर्चस्व बरक़रार रखा और भारत हमेशा ही उनके बराबर पहुंचने की कोशिश करता रहा।
दोनों टीमों को बनाना कोई आसान काम नहीं था और यह खास वनडे टीम भी होनी चाहिए। यह वर्ल्ड की दो बेस्ट वनडे टीम के बीच मैच होगा, तो इसमें किसी को भी आसानी से तो जगह नहीं मिल जाएगी। इस सीरीज के लिए जो वेन्यू होंगे वो तटस्थय होंगे, ताकि किसी टीम को होम एडवांटेज ना मिले। इस सीरीज में चार मैच खेले जाएंगे, जो होंगे, लॉर्ड्स (इंग्लैंड), गॉल (श्रीलंका), एंटिगा (वेस्टइंडीज), जोहन्सबर्ग (दक्षिण अफ्रीका) में।
भारतीय-XI
1- वीरेंदर सहवाग
2- सचिन तेंदुलकर
3- सौरव गांगुली (कप्तान)
4- विराट कोहली
5- राहुल द्रविड़
6- युवराज सिंह
7- महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर)
8- कपिल देव
9- जवागल श्रीनाथ
10- हरभजन सिंह
11- ज़हीर खान
अतिरिक्त- वीवीएस लक्ष्मण, अजित अगरकर, मोहिंदर अमरनाथ और अनिल कुंबले
ऑस्ट्रेलियाई-XI
1- मार्क वॉ
2- एडम गिलक्रिस्ट
3- रिकी पोंटिंग
4- ग्रेग चैपल
5- स्टीव वॉ
6- एंड्रयू साइमंड्स
7- माइकल बेवन
8- शेन वॉर्न
9- ब्रेट ली
10- डेनिस लिली
11- ग्लेन मैकग्रॉ
अतिरिक्त: मिचेल जॉनसन, माइकल क्लार्क, माइकल हसी और मैथ्यू हेडन
भारत की रणनीति
भारत की सबसे बड़ी ताकत होगी, उसकी मजबूत बैटिंग लाइनअप और यह देखना काफी रोचक होगा कि ऑस्ट्रेलियन ऑल राउंड टीम कैसे भारत की मजबूत बल्लेबाज़ी का सामना करती है। ऑस्ट्रेलियन टीम को डराने के लिए भारत की गेंदबाजी काफी है। ओस्ट्रेलिया टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करना चाहेगा और कम से कम 280 -290 रन बनाना चाहेगा।
गेंदबाजी में पारी की शुरुआत करेंगे स्विंग गेंदबाज ज़हीर खान और कपिल देव। श्रीनाथ इनके बाद बॉलिंग करने आएंगे और हरभजन सिंह पावरप्ले के बाद आक्रमण पर आएंगे। चेज़ करते समय भारत अच्छी शुरुआत और कोहली के ऊपर काफी निर्भर करेंगे, उसके बाद टीम के पास धोनी जैसे फिनिशर भी मौजूद है, जो टीम को जीत दिला सकें।
टीम के तुरुप के इक्के होंगे हरभजन सिंह और विराट कोहली, इन दोनों से अच्छे प्रदर्शन की काफी उम्मीद हैं और अगर सब अच्छा नहीं गया, तो टीम के पास वीवीएस लक्ष्मण का विकल्प तो खुला ही है।
ऑस्ट्रेलिया की रणनीति
इस टीम के पास इतनी काबिलियत है कि वो वर्ल्ड इलेवन को भी हरा सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया इकलौती ऐसी टीम है, जोकि भारत के खिलाफ एक टर्निंग पिच तैयार कर सकती है। किसी भी टीम के लिए सबसे अच्छी ऑस्ट्रेलियन टीम को हराना कोई आसान काम नहीं हैं। अगर वो पहले बल्लेबाज़ी करेंगे, तो उनके पास गिलक्रिस्ट और वॉ के रूप में ऐसे सलामी बल्लेबाज़ हैं, जोकि भारतीय गेंदबाजों को मुश्किल में डाल सकते है।
अगर वो पहले गेंदबाजी करेंगे, तो वो तेंदुलकर को जल्द आउट करना चाहेंगे और उसके बाद सहवाग और कोहली की विकेट लेकर टीम इंडिया को संकट में डालना चाहेंगे। ऑस्ट्रेलियन टीम को मैच को डोमिनेट करना आता है।
सीरीज का परिणाम
आपका अपना अनुमान हो सकता है, लेकिन हमारे हिसाब से ऑस्ट्रेलिया यह चार मैचों की सीरीज 2-1 से जीतेगी और एक मैच टाई रहेगा। ऑस्ट्रेलियन टीम जोहन्सबर्ग और एंटिगा में जीतेगी और भारत का गॉल में दबदबा रहेगा। वही लॉर्ड्स में होने वाला मुक़ाबला टाई रहेगा।
मैन ऑफ द सीरीज़- रिकी पोंटिंग इस सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाएंगे और उनकी कप्तानी भी बेहतरीन रहेगी।
उनके बाद सचिन तेंदुलकर सबसे ज्यादा रन बनाएंगे और ऑस्ट्रेलियन टीम का जवाब देने के लिए सचिन काफी अहम खिलाड़ी भी होंगे। हालांकि वो जोहन्सबर्ग के अहम मुकाबले में मैक्ग्रा के खिलाफ आउट हो जाएंगे और कोहली टीम को संभालेंगे, लेकिन अंत में भारत 3 रन से मैच हार जाएगा।
एमएस धोनी को इस सीरीज़ के लिए हार का दोषी माना जाएगा, क्योंकि वो मैच को खत्म नहीं कर पाए। भारत को आखिरी ओवर में 11 रन की दरकार थी। इंडिया के सीरीज़ हारने के कारण सचिन को मैन ऑफ द सीरीज नहीं मिला। कोहली सचिन और पोंटिंग के बाद सबसे ज्यादा रन बनाएंगे।
सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेदबाज- ग्लेन मैक्ग्रा और हरभजन सिंह सबसे ज्यादा विकेट लेंगे, मैक्ग्रा लगातार अच्छा करेंगे, तो हरभजन गॉल में 6 विकेट लेंगे। डेनिस लिली को एंट में हैट्रिक लेने के कारण सबसे मूल्यवान खिलाड़ी का अवॉर्ड मिलेगा।