“जब मैं कराटे सीखता था, मैं बहुत छोटा था। इसलिए मेरे विपक्षी मुझे छोटा बच्चा कहके चिढ़ाते थे। लेकिन मुझे खुद पर भरोसा था। इसलिए मैं बोलता नहीं करके दिखाता हूँ।” अजिंक्य रहाणे ने पिछले साल मीडिया को जवाब देते हुए इन बातों का हवाला दिया था। रहाणे चुनौती स्वीकार करते हुए खेलते हैं। इसलिए वह बोलने में भरोसा न करते हुए अपने खेल से लोगों को जवाब देते हैं। इसी वजह से टीम इंडिया के लिए वह तीनों प्रारूप में खेलते हैं। 6 साल के करियर में रहाणे को मिली-जुली सफलता मिली है। टेस्ट में रहाणे का हालिया प्रदर्शन ज्यादा अच्छा नहीं रहा है। क्रिकेट के इस सबसे लम्बे प्रारूप में रहाने बेहतरीन खिलाड़ी रहे हैं। जहां इधर बीच उनके प्रदर्शन में गिरावट दर्ज हुई है। आंकड़ें: खराब खेलने के बावजूद रहाणे एक काबिल चेहरा रहाणे का अभी तक काफी अच्छा रहा है। जहां उनके वनडे के आंकड़ें उतने अच्छे नहीं हैं। लेकिन बतौर बल्लेबाज़ वह शानदार रहे हैं।
टेस्ट | ||||||
समय | मैच | रन | उच्च स्कोर | औसत | अर्धशतक | शतक |
2013-2016 | 32 | 2272 | 188 | 47.33 | 9 | 8 |
वनडे | ||||||
समय | मैच | रन | उच्च स्कोर | औसत | अर्धशतक | शतक |
2011-2016 | 72 | 2236 | 111 | 32.88 | 16 | 2 |
टेस्ट में रहाणे का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है। हलांकि उपमहाद्वीप में ये प्रदर्शन आशानुरूप नहीं रहा है। लेकिन 8 शतक में से 5 शतक विदेशी धरती पर इस बात के गवाह हैं कि रहाणे बतौर बल्लेबाज़ बेहतर हैं। ये शतक ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, वेस्टइंडीज, न्यूज़ीलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने लगाये हैं। वहीं वनडे में रहाणे ने सिर्फ 2 शतक श्रीलंका और इंग्लैंड के खिलाफ बनाये हैं। जहां उनका औसत 31 से कम हो गया है। आइये एक नजर डालें रहाणे के 2011-15 और 2016 के प्रदर्शन पर:
टेस्ट | ||||||
समय | मैच | रन | उच्च स्कोर | औसत | अर्धशतक | शतक |
2013-2015 | 22 | 1619 | 147 | 44.97 | 7 | 6 |
2016 | 10 | 653 | 188 | 54.41 | 2 | 2 |
वनडे | ||||||
समय | मैच | रन | उच्च स्कोर | औसत | अर्धशतक | शतक |
2011-2015 | 63 | 1952 | 111 | 32.53 | 13 | 2 |
2016 | 9 | 284 | 89 | 35.50 | 3 | 0 |
साल 2016 में रहाणे का प्रदर्शन टेस्ट में बेहतरीन रहा है, जहां उनका औसत 54 के करीब है। लेकिन जब गहराई से इन आंकड़ों का विश्लेषण हम करते हैं, तो रहाणे की कुछ खास कमियां उजागर हो जाती हैं। आइये इन्हीं के तहत रहाणे के साल 2016 के आंकड़ों का पड़ताल करें:
साल 2016 वनडे में अजिंक्य रहाणे: 2 शतक
आउट हुए(बार) | रन | उच्च स्कोर | औसत | अर्धशतक |
11 | 357 | 78 | 32.45 | 2 |
साल 2016 टेस्ट में अजिंक्य रहाणे: इंदौर टेस्ट के 188 रन के बाद(न्यूज़ीलैंड के खिलाफ)
आउट हुए(बार) | रन | उच्च स्कोर | औसत | अर्धशतक |
5 | 63 | 26 | 12.60 | 0 |
रहाणे ने साल 2016 में वेस्टइंडीज और न्यूज़ीलैंड के खिलाफ शतक बनाया है। लेकिन उनका औसत 32 के करीब है। खासकर इंग्लैंड के साथ जारी सीरिज में रहाणे बुरी तरह असफल हुए हैं। यहां तक कि उनका औसत आर अश्विन(47), रविन्द्र जडेजा(37) और जयंत यादव(58) से भी कम रहा है। रहाणे कैसे हुए असफल आइये आपको बता रहे हैं कि रहाणे किस तरह से अंतिम 5 बार आउट हुए हैं: राजकोट टेस्ट पहली पारी में रहाणे को ज़फर अंसारी ने बोल्ड कर दिया। रहाणे जफर की ऑफ स्टंप की बाहर जाती गेंद को बैकफुट पर होकर खेलने की कोशिश कर रहे थे। दूसरी पारी में रहाणे मोइन अली की स्पिन होती गेंद को स्पिन के खिलाफ खेलने के चक्कर में अपने लेग स्टंप को नहीं बचा पाए। विशाखापट्टनम टेस्ट पहली पारी में रहाणे को जेम्स एंडरसन की गेंद पर बैर्स्टो ने कैच किया था। गेंद ऑफ स्टंप को छोड़कर जा रही थी। दूसरी पारी में स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंद पर रहाणे कुक को कैच थमा बैठे। ब्रॉड की कटर गेंद बैक ऑफ लेंथ थी। मोहाली टेस्ट पहली पारी में रहाणे आदिल राशिद की गेंद पर एलबीडब्लू आउट हुए थे। हलांकि गेंदबाज़ को डीआरएस नियम का यहां फायदा मिला था। पहले टेस्ट के दोनों मौकों पर रहाणे दोनों बार गेंद को जज नहीं कर पाए और गलत शॉट खेल कर आउट हो गये थे। वहीं दूसरे टेस्ट में रहाणे इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों ब्रॉड और एंडरसन के शिकार हुए। जहां उनकी तकनीकी में खामियां साफ़ नजर आयीं। जबकि तीसरे टेस्ट में रहाणे आदिल की गेंद को सही से पिक नहीं कर पाए थे। जिस तरह रहाणे खराब दौर से गुजर रहे हैं, ऐसे में उन्हें फील्डिंग से लेकर खेल के हर विभाग में खुद को सकारात्मक बनाये रखना होगा। जिससे वह अपना खोया हुआ आत्मविश्वास हासिल कर सकें। मुंबई में होने वाले चौथे टेस्ट में आशा है कि रहाणे बेहतरीन वापसी करेंगे। 8 दिसम्बर से शुरू हो रहे इस टेस्ट में रहाणे से सभी को उम्मीदें हैं।