महीनों से चल रही टीम इंडिया के कोच पद की तलाश आखिरकार 23 जून 2016 को तब जाकर ख़त्म हुई जब बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने इस पद के 57 दावेदारों में से एक का चयन कर उसकी घोषणा की। कई दिनों से चल रहे इस पद के दावेदार का नाम जब पूर्व भारतीय दिग्गज स्पिन गेंदबाज अनिल कुंबले के रूप में सामने आया तो सभी के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी। टीम इंडिया के नए कोच के तौर पर कुंबले बैंगलोर में बुधवार को पहली बार मीडिया के सामने आए और उनके सवालों का जवाब दिया। प्रेस कोन्फ्रेंस में कुंबले से भारतीय टीम, बोर्ड और रवि शास्त्री से संबंधित सवाल किए गए। कोच बनने के बाद कुंबले की पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस के वीडियो को बीसीसीआई ने भी ट्वीट किया है।
कुंबले से भारतीय टीम के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा “जीत और हार अपनी जगह पर है पर टीम में लड़ने का जज़्बा हमेशा बरकरार रहेगा। मैं चाहता हूँ कि इस टीम के गेंदबाज लीडर के रूप में सामने आए और जीत की ज़िम्मेदारी उठाएँ। साथ ही साथ कुंबले ने ये भी कहा कि वेस्टइंडीज दौरे पर ईशांत शर्मा टीम में गेंदबाजी की कमान संभालेंगे”। साथ ही साथ कुंबले से जब मैदान पर लेने वाले फैसलों के बारे में पूछा गया तो कुंबले ने मुस्कुरा कर कहा “मैदान पर सभी फैसले टीम का कप्तान लेगा और मैं सिर्फ उन्हें सहायता प्रदान करूंगा। इसके बाद कुंबले ने ये भी कहा कि खिलाड़ी हमेशा सामने रहेंगे और कोचिंग स्टाफ पीछे से उन्हे मदद करेंगे, हम कोशिश करेंगे कि एक बार फिर टेस्ट क्रिकेट के लोग दीवाने हो जाएं।" रवि शास्त्री पर उठे सवाल पर कुंबले ने कहा “जब मुझे इस पद के लिए चुना गया तो मैंने सबसे पहले रवि को ही फोन किया। रवि ने अच्छा काम किया है। बात यहां रवि और अनिल की नहीं है, बात है भारतीय टीम और उनके बेहतरीन प्रदर्शन की”। 21 जुलाई से शुरू हो रहे वेस्टइंडीज दौरे के साथ कुंबले के कोच पद का पहला सफर शुरू होगा। अब देखना ये है कि उनका ये सफर टीम को किस बुलंदी तक ले जाता है।