कोच अनिल कुंबले की नजर में पुजारा हैं टीम इंडिया के बहुत महत्वपूर्ण खिलाड़ी

भारतीय टीम आगामी घरेलू सत्र की तैयारी में जोर-शोर से जुटी हुई है। प्रमुख कोच अनिल कुंबले ने इस दौरान तीसरे क्रम पर चेतेश्वर पुजारा की उपस्थिति को महत्वपूर्ण बताया और साथ ही उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ आखिरी कुछ टेस्ट में उन्हें बाहर करने को रणनीति करार दिया। ईएसपीएन क्रिकइंफो से बातचीत करते हुए 45 वर्षीय कुंबले ने स्वीकार किया कि आधुनिक टेस्ट क्रिकेट में स्ट्राइक रेट की महत्ता बढ़ रही है, लेकिन साथ ही उन्होंने सौराष्ट्र के बल्लेबाज के प्रति अपना समर्थन भी जाहिर किया। कुंबले ने माना, 'आधुनिक क्रिकेट में हर व्यक्ति स्ट्राइक रेट पर ध्यान देता है बजाय इसके कि एक खिलाड़ी ने क्या विशेष किया है। पुजारा हमारी टीम के महत्वपूर्ण सदस्य हैं और जब वह तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी करने उतरते हैं तो जरुर ही विशेष खिलाड़ी बन जाते हैं। हा ऐसे कुछ पल आए जब उनकी जगह रोहित शर्मा को शामिल किया गया हो। ऐसा तब होता है जब हमें लगता है कि निचले क्रम में तेजी से रन बनाने वाले बल्लेबाज की जरुरत है। इसलिए वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्हें एक टेस्ट में मौका नहीं दिया गया।' उन्होंने साथ ही कहा, 'इस टीम की सबसे अच्छी बात यह है कि स्क्वाड के सभी 17 खिलाड़ी हर समय खेलने के लिए तैयार रहते हैं और वैसा जज्बा भी दिखाते हैं। अगर वह खेल रहे हैं तो खुश हैं। जब उन्हें मौका नहीं मिलता तो वह निराश जरुर होते हैं। मगर उसी समय वह अपना हरसंभव योगदान टीम के लिए देना पसंद करते हैं। मेरा मानना है कि वह हमारे लिए महत्वपूर्ण खिलाड़ी है और वह तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी करके हमारे लिए सफल होने चाहता है। वह छोटी और बड़ी अवधि दोनों में हमारे लिए महत्वपूर्ण खिलाड़ी है।' कप्तान विराट कोहली की पांच गेंदबाजों को खिलाने की रणनीति के कारण शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों पर ज्यादा दबाव बन गया है और उनके स्कोर पर अब अत्यधिक बारीकी से नजर रखी जाती है। कोहली का पांच गेंदबाजों को खिलाने का कारण मैच में परिणाम हासिल करना है। मजबूत तकनीक के बावजूद पुजारा की तेजी से रनगति नहीं बढ़ाने की क्षमता की वजह से रोहित शर्मा को तरजीह मिली। इस पर अपनी सोच को समझाते हुए कुंबले ने कहा, 'यह जरुरी नहीं है कि आप हर समय पांच गेंदबाजों को खिलाने के बारे में सोचे। यह विरोधी टीम, पिच और टीम की जरुरत पर निर्भर है। अगर हमें लगता है कि चार गेंदबाज ही 20 विकेट निकाल लेंगे तो फिर हम टीम में एक अतिरिक्त बल्लेबाज को शामिल करना पसंद करते हैं। हमारे पास इसके लिए विकल्प खुला हुआ है। हमारा लक्ष्य जो भी मैच खेले उसे जीतना है।' विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा के ऊपर रविचंद्रन अश्विन को बल्लेबाजी करने भेजने के फैसले पर बात करते हुए पूर्व महान लेग स्पिनर ने कहा, 'साहा छठे क्रम पर बल्लेबाजी करते हैं और हमें लगा कि उनपर दबाव है और यह जगह उनके लिए सही नहीं है। अश्विन जैसे बल्लेबाज जो दबाव झेल सके ताकि साहा खुलकर बल्लेबाजी करे। अश्विन ने साबित किया कि वह कितने क्षमतावान है। उन्होंने दो शतक जमाए और छठे क्रम पर अपनी उपयोगिता साबित की।' भारतीय टीम 22 सितंबर से कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट खेलेगी। टीम इंडिया का लक्ष्य पाकिस्तान को शीर्ष स्थान से खिसकाकर टेस्ट रैंकिंग का बादशाह बनने का होगा।

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