भारतीय टीम के प्रमुख कोच अनिल कुंबले के पद को बढ़ाते हुए अब टीम निदेशक की भूमिका सौंपी जा सकती है। प्रशासकों की समिति (सीओए) ने यह फैसला तब लिया है जब उन्होंने कोचिंग स्टाफ के ढांचे बदलाव करने का निर्णय लिया ताकि इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड के समान पद से मेल कर सके। इंडियन एक्सप्रेस को एक सूत्र ने जानकारी दी, 'हम समय के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं और इसी वजह से ढांचे में बदलाव पर ध्यान दिया जा रहा है। अगर ऐसा होता है तो भारतीय टीम को फायदा मिलेगा। एक व्यक्ति सभी टीमों का ध्यान रखेगा और ऐसे में सभी जगह पर्याप्त सामंजस्य होगा। यह योजना लगभग तैयार है और इसकी मजबूत संभावना है कि जब नए अनुबंध होंगे तब यह बदलाव किए जाएंगे।' पिछले वर्ष जून में वेस्टइंडीज दौरे के बाद अनिल कुंबले ने भारतीय टीम के प्रमुख कोच की जिम्मेदारी संभाली। उनके मार्गदर्शन में भारतीय टीम ने तीनों प्रारूपों में बेहतर प्रदर्शन किया। कुंबले के कोच पद पर रहते हुए भारत ने वेस्टइंडीज को उसके घर में जबकि न्यूजीलैंड और इंग्लैंड को अपने देश में मात दी। यह भी पढ़ें : विराट कोहली को पिच चुनने का विकल्प मिलने की बातों को रांची के पिच क्यूरेटर ने ख़ारिज किया कुंबले के मार्गदर्शन में विराट कोहली बतौर खिलाड़ी और कप्तान उभरकर मजबूती से सामने आए। वह क्रिकेट इतिहास के पहले बल्लेबाज बने, जिन्होंने लगातार चार टेस्ट सीरीज में दोहरे शतक जमाए। 28 वर्षीय कोहली ने हाल ही में कोच कुंबले की जमकर तारीफ करते हुए कहा था कि उनका कभी हार नहीं मानने वाला रवैया टीम को फायदा पहुंचा रहा है। जहां कुंबले का टीम निदेशक के रूप में नियुक्त होने अच्छा संकेत हैं, वहीं सिर्फ कोच पद में ही बदलाव नहीं होगा। सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली वाली क्रिकेट सलाहकार समिति भी दोबारा एक्शन में आ सकती है। इन्हें पुरानी भूमिका एक बार फिर निभाना पड़ सकती है जहां प्रतिभाशाली सदस्यों का चुनाव करना होगा जैसा कि पिछले वर्ष कोच पद के लिए किया गया था। सूत्र ने आगे बताया कि इस बदलाव से भारतीय टीम को फायदा मिलेगा क्योंकि एक व्यक्ति सभी टीमों का ध्यान रखेगा, जिससे टीम में अच्छा सामंजस्य होगा। यह बदलाव अगले अनुबंध के समय हो सकते हैं।