पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले ने क्रिकेट में गेंद चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल को लेकर प्रतिक्रिया दी है। अनिल कुंबले ने कहा है कि लार का इस्तेमाल वनडे और टी20 क्रिकेट में करने के लिए बात नहीं की जाती है, यह टेस्ट मैच के लिए है। इस पर अनिल कुंबले ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट में स्पिनरों को लेकर आओ।
फिक्की वेबिनार में अनिल कुंबले ने कहा कि आपके पास पिच होती है जिससे बल्ले और गेंद के बीच संतुलन बना सकते हैं। लार के उपयोग को लेकर अनिल कुंबले ने कहा कि वनडे और टी20 में आप इसको लेकर चिंतित नहीं होते हो इसलिए टेस्ट क्रिकेट में दो स्पिनरों को लेकर आओ। उन्होंने यह भी कहा कि पिच पर घास छोड़ी जा सकती है।
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अनिल कुंबले ने ही दिया था आईसीसी को सुझाव
आईसीसी की क्रिकेट कमेटी में अनिल कुंबले अध्यक्ष हैं। उन्होंने कहा था कि अंतरिम उपाय देखते हुए गेंद पर लार का उपयोग बंद कर देना चाहिए। अनिल कुंबले ने अपनी सिफारिश में यह भी कहा था कि अन्य कृत्रिम चीजें इस्तेमाल करने से खेल की रचनात्मकता खराब होगी।
अनिल कुंबले ने इस बात पर भी जोर दिया कि बाहर की किसी वस्तु का उपयोग करके रचनात्मकता में बदलाव के हम सख्त खिलाफ रहे हैं। उनका इशारा शायद बॉल टैम्परिंग की तरफ होगा। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्ट में रेजमाल का इस्तेमाल ऑस्ट्रेलिया की टीम ने किया था। उसके बाद उनके तीन खिलाड़ियों को प्रतिबंधित किया गया था। अनिल कुंबले ने शायद इसी घटनाक्रम की तरफ इशारा किया होगा।
बाहरी पदार्थ गेंद पर इस्तेमाल करने से गेंद की शेप भी बदलने का डर रहता है। अनिल कुंबले ने भी कहा है कि लार को अंतरिम रूप से बैन किया जाना चाहिए। कोरोना वायरस जैसी घातक बीमारी जाने के बाद लार का उपयोग फिर से किया जा सकता है। हालांकि अनिल कुंबले की अध्यक्षता वाली समिति ने सिर्फ सिफारिश की है। अंतिम फैसला लेने का हक आईसीसी के पास ही है। आगामी समय में वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज होने वाली है। उसमें साफ़ दिख जाएगा कि क्या होगा।