आईसीसी विमेंस टी20 वर्ल्ड कप (ICC Women's T20 World Cup) 2023 के पहले सेमीफाइनल में भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार मिली और टीम का ट्रॉफी जीतने का सपना फिर अधूरा रह गया। इस मुकाबले में टीम की उपकप्तान स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) का प्रदर्शन खराब रहा और वह सिर्फ 2 रन बनाकर एक बार फिर ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर एश्ली गार्डनर का शिकार बनीं। गार्डनर के खिलाफ मंधाना के खराब रिकॉर्ड को लेकर पूर्व भारतीय कप्तान अंजुम चोपड़ा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अगर आप किसी गेंदबाज के सामने इतनी बार घुटने टेक देते हो तो टीम आपसे कैसे उम्मीद कर सकती है।
सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के सामने 173 रनों का लक्ष्य रखा था। उम्मीद थी कि अपनी पिछली तीन पारियों में दो अर्धशतक लगा चुकी मंधाना एक और अच्छी पारी खेलेंगी और बड़े मुकाबले में टीम को अच्छी शुरुआत दिलाने काम काम करेंगी। हालाँकि, ऐसा नहीं हुआ और वो पारी के तीसरे ओवर में 2 के निजी स्कोर पर चलती बनीं। उन्हें टी20 क्रिकेट में चौथी बार ऑस्ट्रेलिया खिलाड़ी एश्ली गार्डनर ने आउट किया। अंत में भारतीय टीम को इस मुकाबले में पांच रन से हार का मुंह देखना पड़ा।
अपने यूट्यूब चैनल पर भी अंजुम चोपड़ा ने गार्डनर के खिलाफ मंधाना के आउट होने के आंकड़ों का जिक्र किया और कहा कि अगर एक गेंदबाज के सामने आप इतनी बार आउट होंगे, तो टीम आपसे कैसे उम्मीदें रखेगी। उन्होंने कहा,
एश्ली गार्डनर ने टी20 अंतरराष्ट्रीय में स्मृति मंधाना को चार बार आउट किया है - चौथा उदाहरण सेमीफाइनल है। अगर आप किसी गेंदबाज के सामने इतनी बार घुटने टेक देते हैं तो टीम आपसे कैसे उम्मीद कर सकती है?
भारतीय टीम 173 के लक्ष्य को हासिल कर सकती थी - अंजुम चोपड़ा
पूर्व खिलाड़ी ने कहा कि भारतीय टीम 173 का लक्ष्य का पीछा कर सकती थी क्योंकि उन्होंने पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 180 का पीछा किया है लेकिन उन्होंने कहा कि भारत को सेमीफाइनल में मनमुताबिक शुरुआत नहीं मिली। चोपड़ा ने कहा,
भारत 173 रन के लक्ष्य का पीछा कर सकता था क्योंकि उसने अतीत में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 180 रन के लक्ष्य का पीछा किया था। शैफाली वर्मा और स्मृति मंधाना जब भी भारत को अच्छी शुरुआत देती हैं तो टीम अलग अंदाज में प्रदर्शन करती है। लेकिन भारत को मनचाही शुरुआत नहीं मिली।
आपको बता दें कि मंधाना की तरह ही दूसरी ओपनर शैफाली वर्मा भी फ्लॉप ही साबित हुईं। वह सिर्फ 9 रन बनाकर दूसरे ही ओवर में आउट हो गईं।