Women's Asia Cup 2022 के पहले सेमीफाइनल में भारत ने थाईलैंड को हराकर फाइनल में जगह बनाई। इस मुकाबले में भारतीय ओपनर शैफाली वर्मा (Shafali Verma) ने टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाये। इसके बावजूद, उनकी बल्लेबाजी से दिग्गज अंजुम चोपड़ा प्रभावित नहीं दिखीं।
युवा धाकड़ बल्लेबाज ने 28 गेंदों में 42 रनों की पारी खेली और भारतीय टीम के 148/6 के स्कोर तक पहुँचने में अहम योगदान दिया। अपनी पारी में शैफाली ने पांच चौके और एक छक्का भी लगाया। हालाँकि, उन्हें अपनी पारी में कई जीवनदान मिले और एक रन आउट का मौका भी थाईलैंड ने गंवा दिया था। शैफाली ने गेंदबाजी में भी एक सफलता हासिल की। उन्हें ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया।
अंजुम चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर बताया कि शेफाली वर्मा का योगदान उतना आश्वस्त क्यों नहीं था जितना होना चाहिए था। उन्होंने कहा,
अंजुम चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर बताया कि शैफाली वर्मा का योगदान उतना आश्वस्त क्यों नहीं था जितना होना चाहिए था। उन्होंने कहा,
शैफाली वर्मा को रन आउट के अलावा दो और जीवनदान भी मिले जब उनका कैच छूट गया और एक स्टंपिंग भी छूट गई। उन्होंने रन तो बनाये लेकिन वह ज्यादा प्रभावी नहीं दिखीं।
बड़े मैच में भारत के एप्रोच में आक्रामकता की कमी दिखी - अंजुम चोपड़ा
थाईलैंड को फाइनल में हार जरूर मिली लेकिन उनके गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों को शुरू में खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। पूर्व भारतीय कप्तान के मुताबिक टीम को बड़े मैचों में डोमिनेट करते हुए शुरुआत करनी चाहिए। चोपड़ा ने कहा,
थाईलैंड ने शुरू में गेंद से दबाव बनाना शुरू कर दिया और स्मृति मंधाना और शैफाली वर्मा के बीच कम्युनिकेशन की कमी साफ नजर आ रही थी। शैफाली रन आउट आउट होने से बची थीं और गुस्से में लग रही थीं। मुझे लगा कि उनमें आक्रामक रवैये की कमी है जिसकी आपको बड़े मैच में जरूरत होती है।
आपको बता दें कि भारत के स्कोर के जवाब में थाईलैंड की टीम महज 74 रन ही बना पाई और इतने ही अंतर से मैच भी हार गई। फाइनल में भारत का मुकाबला श्रीलंका से होगा, जिसने दूसरे सेमीफाइनल में पाकिस्तान को मात दी। एशिया कप का फाइनल 15 अक्टूबर को खेला जायेगा।