भारतीय महिला टीम (Indian Womens Team) की पूर्व खिलाड़ी अंजुम चोपड़ा ने वुमेंस टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में टीम इंडिया को मिली हार के बाद कप्तान हरमनप्रीत कौर (Harmanpreet Kaur) को गले लगाने को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ये हम दोनों के लिए ही काफी भावुक लम्हा था और मैं बस हरमनप्रीत को दिलासा दे रही थी। अंजुम चोपड़ा ने कप्तान की तारीफ करते हुए कहा कि वो कभी अपने कदम पीछे नहीं हटाती हैं।
हरमनप्रीत कौर के नेतृत्व वाली भारतीय टीम को सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के हाथों पांच रन से हार का सामना करना। इसके साथ ही भारत के विश्व कप खिताब जीतने का सपना एक बार फिर चकनाचूर हो गया। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करके निर्धारित 20 ओवरों में 4 विकेट खोकर 172 रन बनाए। जवाब में भारतीय टीम 8 विकेट खोकर 167 रन बना सकी। भारतीय टीम के लिए मैच का टर्निंग प्वाइंट कप्तान हरमनप्रीत कौर का रन आउट होना रहा। उन्होंने शानदार अर्धशतकीय पारी खेली लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रन आउट हो गईं और मैच भारत के हाथ से फिसल गया।
हरमनप्रीत कौर ने भारत के लिए एक उम्मीद जगाई - अंजुम चोपड़ा
मैच के बाद सभी भारतीय खिलाड़ी काफी दुखी थीं। कप्तान हरमनप्रीत कौर अपने आंसुओं को छुपाने के लिए प्रंजेटेशन समारोह के दौरान चश्मा पहनकर आईं। वहीं अंजुम चोपड़ा भी कमेंट्री के लिए वहां पर मौजूद थीं और मैच के बाद उन्होंने हरमनप्रीत कौर को गले लगाकर दिलासा दिया। आईसीसी द्वारा शेयर किए गए वीडियो में उन्होंने बताया,
मैं अपने कप्तान को थोड़ा सहानुभूति देना चाहती थी, क्योंकि बाहर से मैं वही कर सकती हूं। उनके लिए भी और मेरे लिए भी काफी भावुक लम्हा था। बहुत बार भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुंची है और बहुत बार हारे भी हैं। मैंने पहले भी इस तरह की पारियां देखी हैं। मैंने ये भी देखा है कि कैसे हरमनप्रीत कौर अपनी इंजरी और स्वास्थ्य की परवाह ना करते हुए खेली हैं। आज एक ऐसा दिन था जब शायद वो खेलती भी नहीं लेकिन ये विश्व कप का सेमीफाइनल था और मुझे पता है कि हरमन एक कदम पीछे लेने वाले खिलाड़ियों में से नहीं हैं। वो हमेशा अपना कदम आगे बढ़ाती हैं और आज उन्होंने यही किया। उन्होंने भारतीय टीम के लिए एक उम्मीद जगाई।