भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने द्विपक्षीय सीरीज ना खेलने को लेकर भारत और पाकिस्तान बोर्ड के बीच छिड़े विवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है। अनुराग ठाकुर ने कहा है कि भारत को पाकिस्तान को एक भी पैसा हर्जाने के तौर नहीं देना चाहिए और आईसीसी की सुनवाई में भी जाने का कोई मतलब नहीं है।
न्यूज एजेंसी एनएनआई से बातचीत में अनुराग ठाकुर ने कहा कि कई साल से कोई भी टीम पाकिस्तान का दौरा नहीं कर रही है। मुझे लगता है कि भारत के किसी भी अधिकारी को आईसीसी की सुनवाई में नहीं जाना चाहिए। इसके अलावा भारत को एक भी पैसा पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को नहीं देना चाहिए।
वहीं आईपीएल के चेयरमैन राजीव शुक्ला ने भी इस मामले पर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बोर्डों को ये मामला आपस में सुलझा लेना चाहिए। बेवजह आईसीसी में इस मुद्दे को ले जाने की कोई जरुरत नहीं है। उन्होंने कहा कि बीसीसीआई हमेशा से ही पाकिस्तान के साथ मैच खेलना चाहती थी लेकिन कुछ मुद्दे हैं और हमें सरकार की मंजूरी की भी जरुरत है। जब भी आईसीसी या एशियन क्रिकेट काउंसिल की तरफ से किसी भी मैच का आयोजन होता है तो हम पाकिस्तान के साथ खेलते हैं। इस बार भी हमने दूसरी जगह पर मैच खेले, इसलिए पाकिस्तान को पैसे देने का कोई मतलब ही नहीं बनता है।
गौरतलब है पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का कहना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच 2015 से लेकर 2023 तक 6 द्विपक्षीय सीरीज खेलने के लिए एमओयू हुए थे लेकिन भारत ने खेलने से इंकार कर दिया है। वहीं बीसीसीआई का कहना है कि पाकिस्तान ने एमओयू की कुछ शर्तों का पालन नहीं किया। बीसीसीआई ने कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए दुबई बेस्ड एक ब्रिटिश वकील को नियुक्त भी कर लिया है।