Arjun Tendulkar dropped: भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे महानतम बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने सालों तक टीम इंडिया को अपनी सेवाएं दी। तो वहीं घरेलू क्रिकेट में वो मुंबई के लिए आन-बान और शान रहे। मुंबई के इस लीजेंड बल्लेबाज के बेटे अर्जुन तेंदुलकर घरेलू क्रिकेट में गोवा टीम का प्रतिनिधित्व कर कर रहे हैं। लेकिन उन्हें गोवा से ‘धोखा’ मिला है।
अब आप सोच रहे होंगे कि अर्जुन तेंदुलकर को धोखा कैसे मिला? तो चलिए हम पूरा माजरा बताते हैं। जूनियर तेंदुलकर घरेलू क्रिकेट में गोवा टीम से खेलते हैं। जहां उन्होंने रणजी ट्रॉफी 2024-25 के सत्र में अच्छा प्रदर्शन करते हुए 4 मैच में 16 विकेट झटके। उनकी गेंदबाजी के बूते गोवा टीम ने प्लेट ग्रुप के फाइनल मैच में पहुंचा दिया। लेकिन हैरानी की बात ये है कि अर्जुन गोवा टीम के लिए फाइनल मैच नहीं खेल रहे हैं।
प्लेट ग्रुप के फाइनल में अर्जुन तेंदुलकर को गोवा ने कर दिया ड्रॉप
रणजी ट्रॉफी में बीसीसीआई ने एलीट ग्रुप और प्लेट ग्रुप को अलग-अलग कर दिया है। जहां प्लेट ग्रुप में में गोवा, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, सिक्किम और मणिपुर की टीमें खेलती हैं। इस प्लेट ग्रुप में गोवा और नागालैंड ने फाइनल में जगह बनायी और दोनों ही टीमों के बीच नागालैंड के दीमापुर में स्थित नागालैंड क्रिकेट स्टेडियम में फाइनल मैच खेला जा रहा है। लेकिन गोवा ने बड़ा हैरान करने वाला फैसला करते हुए अर्जुन तेंदुलकर को फाइनल मैच से ड्रॉप कर दिया।
रणजी ट्रॉफी के इस सत्र के प्लेट ग्रुप में गोवा के तेज गेंदबाज अर्जुन तेंदुलकर ने कमाल की गेंदबाजी की। उन्होंने 4 मैचों में 16 विकेट झटके। लेकिन फिर भी उन्हें फाइनल मैच से बाहर का रास्ता दिखा दिया। अर्जुन को फाइनल मैच से क्यों बाहर कर दिया। चलिए इसकी वजह भी जान लेते हैं।
सैयद मुश्ताक और विजय हजारे में खराब रहा था अर्जुन का प्रदर्शन
अर्जुन तेंदुलकर को गोवा ने रणजी प्लेट ग्रुप के फाइनल में जगह नहीं दी। इसकी एक बड़ी और खास वजह उनका सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी का प्रदर्शन है। जहां जूनियर तेंदुलकर कुछ खास नहीं कर सके। यहां पर उन्हें सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी दोनों में खेलने का मौका मिला, लेकिन वो इन 6 मैच में सिर्फ 3 विकेट ले सके। इसी वजह से रणजी के फाइनल में जगह नहीं मिली।