खेल जगत में क्रिकेट की एक नई परिभाषा लिखने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने जूनियर क्रिकेट टूर्नामेंट में ही अपनी धाक जमा ली थी, वहीं सचिन के बेटे अर्जुन तेंदुलकर भी उन्हीं की तरह कुछ कमाल करते दिख रहे हैं। हालांकि फर्क इतना है कि दुनिया में सचिन तेंदुलकर के बल्लेबाजी की धार फेमस थी तो अर्जुन अपनी गेंदबाजी की धार से अपनी एक अलग पहचान बनाने के लिए प्रयासरत हैं। इस युवा तेज गेंदबाज ने केसी महिंद्रा शील्ड अंडर-19 के टूर्नामेंट में विजय मर्चेंट इलेवन के लिए खेलते हुए शानदार गेंदबाजी की और 6 विकेट झटककर टीम को जीत दिलाई।
अपने इस प्रदर्शन की बदौलत अर्जुन ने खुद को भारतीय अंडर-19 और भारत ए टीमों के चयन के लिए अपना दावा मजबूती से ठोका है।
अर्जुन की दमदार गेंदबाजी के आगे विजय मांजरेकर इलेवन की टीम दूसरी पारी में 216 रन पर सिमट गई और विजेय मर्चेंट इलेवन ने चौथी पारी में जीत के लिए मिला 120 रन का लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया। इस में अर्जुन सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी के रूप में उभरे। साथ ही विजय मर्चेंट इलेवन के लिए प्रज्ञनेश कनपिल्लेवर ने भी 155 रन की जोरदार पारी खेलते हुए अपनी छाप छोड़ी।
हाल ही में अर्जुन ने वीनू मांकड़ ट्रॉफी के दौरान गुजरात के खिलाफ मैच में 5 विकेट झटकते हुए मुंबई को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, माना जा रहा है कि अर्जुन खुद को अगले साल होने वाले आईपीएल नीलामी में शामिल करा सकते हैं। इससे उन्हें टीम इंडिया के लिए खेलने के लिए अपना दावा मजबूत करने में मदद मिलेगी।
दरअसल यह मुकाबला विजय मांजरेकर और विजय मर्चेंट इलेवन के बीच खेला जा रहा था। इस मुकाबले की पहली पारी में विजय मांजरेकर ने वरुण लवडे (54) और मुंकंद सरदार (53) की बदौलत 233 रन बनाए थे, वहीं, विजय मर्चेंट की तरफ से प्रग्नेश ने 155 जड़कर टीम का पहली पारी में स्कोर 335 तक पहुंचा दिया। वहीं जब दूसरी पारी में मांजरेकर टीम बल्लेबाजी करने उतरी तो अर्जुन की गेंदबाजी की धार के आगे पूरी टीम 216 पर सिमट गई। इसमें तेंदुलकर ने 70 रन देकर 6 विकेट झटक लिए। ऐसे में विजय मर्चेंट को अब बस जीत के लिए 120 रनों की दरकार थी और ये टीम ने हासिल कर इस मुकाबले तो जीत लिया।
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