मास्टर ब्लास्टर के साहबज़ादे अर्जुन तेंदुलकर ने हरफनमौला प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलियाई मीडिया को भी अपना मुरीद बना लिया। आजकल ऑस्ट्रेलियाई मीडिया में अर्जुन की ही चर्चा है, दरअसल अर्जुन ऑस्ट्रेलिया में सिडनी क्रिकेट ग्राउंड द्वारा आयोजित ग्लोबल क्रिकेट चैलेंज में हिस्सा ले रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया " मैं खुद को खुशकिस्मत समझता हूँ कि मुझे सर डॉन ब्रैडमैन के नाम पर बने ब्रैडमैन ऑवल में खेलने का अवसर मिला , यह अविश्वसनीय है।" बताते चलें कि ग्लोबल क्रिकेट चैलेंज में 8 टीमें हिस्सा ले रहीं हैं - मेलबर्न क्रिकेट क्लब , भारतीय क्रिकेट क्लब , हांगकांग क्रिकेट क्लब , सिंगापुर क्रिकेट क्लब , दक्षिण ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट क्लब ,एससीजी-इलेवन ,सिंगलीज़ क्रिकेट क्लब व इज़िंगरी। ये टूर्नामेंट 7 जनवरी को शुरू हुआ और 14 जनवरी तक चलेगा। दुनिया के महान बल्लेबाज के बेटे अर्जुन बेन स्टोक्स और मिचेल स्टार्क जैसे तेज़ गेंदबाजों के मुरीद हैं। अर्जुन अपनी बात आगे बढ़ाए हुए कहते हैं कि "मैंने बचपन से ही गेंदबाजी सीखी , मैं लम्बा और मजबूत भी हूँ ,इसलिये मुझे लगता है कि मैं अच्छा तेज़ गेंदबाज बन पाउँगा और भारत में ज्यादा तेज़ गेंदबाज भी नहीं है।" हालांकि अर्जुन अपने पिता के विपरीत बांये हाथ के बल्लेबाज हैं और बाएं हाथ के ही तेज़ गेंदबाज भी हैं।अर्जुन ने गुरुवार को ग्लोबल क्रिकेट चैलेंज में खेलते हुए हांगकांग क्रिकेट क्लब के खिलाफ 27 गेंदो में 48 रन की पारी खेली साथ ही 4 विकेट भी अपने नाम किये। इस ऑल राउंड प्रदर्शन से ऑस्ट्रेलियाई मीडिया का उन्होंने दिल जीत लिया। अपने पिता के अद्भुत बल्लेबाजी रिकॉर्ड्स के बावजूद अपने परिवार का नाम वह अपने करियर की दिशा तय करने के लिए नहीं इस्तेमाल करना चाहते। वो अपना ध्यान तेज़ गेंदबाजी पर केंद्रित किये हुए हैं जिसकी वजह से उनके गेंदबाजी कोच उनसे खासा प्रभावित हैं। न्यूज़ीलैंड सीरीज से पहले अक्टूबर में उन्हें नेट प्रैक्टिस के दौरान भारतीय बल्लेबाजों को गेंदबाजी करते भी देखा गया। उन्होंने अंडर 19 कूच बिहार ट्रॉफी में भी मुंबई की ओर से खेलते हुए 5 विकेट अपने नाम किये। अर्जुन अपने सरनेम का दबाव ना लेते हुए शानदार प्रदर्शन करते आ रहे हैं। अब वक्त ही बताएगा कि वो अपने पिता की विरासत को कहाँ तक ले जा पाते हैं।