Why Team India must pick Arshdeep Singh for Champions Trophy 2025: पाकिस्तान की मेजबानी में हाइब्रिड मॉडल के तहत मिनी वर्ल्ड कप यानी चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन होना है। इस टूर्नामेंट की पूरे 8 साल बाद वापसी हो रही है और भारत भी इसमें हिस्सा लेगा। आगामी आईसीसी इवेंट के लिए ज्यादातर टीमों ने अपने स्क्वाड घोषित कर दिए हैं लेकिन अभी तक भारतीय टीम ने ऐसा नहीं किया है। बीसीसीआई के खास अनुरोध के कारण उन्हें एक सप्ताह का अतिरिक्त समय दिया गया है। इस बीच स्क्वाड में जगह बनाने के लिए कई खिलाड़ियों के बीच होड़ मची है, जिसमें एक नाम अर्शदीप सिंह का भी है। बाएं हाथ का यह तेज गेंदबाज भारत के लिए टी20 में लगातार अच्छा कर रहा है और उन्होंने घरेलू टूर्नामेंट में विजय हजारे ट्रॉफी में भी काफी प्रभावित किया है। इसी वजह से कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स अर्शदीप पर दांव लगाने की बात कर रहे हैं।
अर्शदीप सिंह ने अभी तक भारत के लिए ज्यादा वनडे मैच नहीं खेले हैं और उनके पास 8 मैचों का ही अनुभव है, जिसमें 12 विकेट झटके हैं। हालांकि, टी20 इंटरनेशनल में अर्शदीप ने 60 मैचों में 95 विकेट अपने नाम किए हैं। वहीं टी20 वर्ल्ड कप 2024 में 17 विकेट लेकर संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे थे। इस तरह उन्होंने साबित किया कि वह मौका मिलने पर बड़े टूर्नामेंट में भी अपनी छाप छोड़ सकते हैं। इस आर्टिकल में हम उन 3 बड़े कारणों का जिक्र करने जा रहे हैं कि क्यों अर्शदीप सिंह को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय स्क्वाड में अवश्य जगह मिलनी चाहिए।
3. अर्शदीप सिंह का मौजूदा फॉर्म
भारत के प्रमुख घरेलू लिस्ट ए टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी के मौजूदा सीजन में अर्शदीप सिंह की गेंदबाजी का लगातार कहर देखने को मिल रहा है। वह अभी तक सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उन्होंने पंजाब के लिए 7 मैचों में 18.25 की औसत से 20 विकेट झटके हैं। इस दौरान उनकी इकॉनमी 5.62 की रही है और एक बार पारी में 5 विकेट भी झटके हैं। उन्होंने नई गेंद से लगाकर बल्लेबाजों को परेशान किया है और बाद में पुरानी गेंद से कमाल करते नजर आए हैं। ऐसे में भारत को इस गेंदबाज को शानदार फॉर्म के कारण जरूर चैंपियंस ट्रॉफी में मौका देना चाहिए।
2. भारतीय गेंदबाजी में जोड़ेंगे विविधता
चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय स्क्वाड में जिन गेंदबाजों का चयन तय नजर आ रहा है, उसमें जसप्रीत बुमराह के साथ मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज शामिल हैं। वहीं पेस ऑलराउंडर में हार्दिक पांड्या और नितीश रेड्डी का विकल्प है। हालांकि, ये सभी दाएं हाथ से गेंदबाजी करते हैं और कोई भी लेफ्ट हैंड वाला पेसर मौजूद नहीं है। ऐसे में अर्शदीप के आने से भारत के गेंदबाजी आक्रमण में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज की कमी दूर हो जाएगी।
1. जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में निभा सकते हैं अहम भूमिका
जसप्रीत बुमराह को लेकर खबर आ रही है कि पीठ में सूजन के कारण वह चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में टीम इंडिया के लिए ग्रुप स्टेज में उपलब्ध न हों। ऐसे में भारत को उनके बाहर होने की स्थिति में एक अच्छे विकल्प की तैयार रखने की जरूरत होगी और इस लिहाज से अर्शदीप सिंह एक आदर्श गेंदबाज हो सकते हैं। अर्शदीप को टीम इंडिया के साथ काफी समय से खेलने का अनुभव है और उनके लिए टी20 वर्ल्ड कप में खेलने के कारण आईसीसी टूर्नामेंट का दबाव हैंडल करना भी मुश्किल नहीं होगा।