भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) का बीसीसीआई (BCCI) के अध्यक्ष के तौर पर हाल ही में कार्यकाल समाप्त हुआ। चर्चाएं थी कि सौरव दोबारा से बीसीसीआई अध्यक्ष बनना चाहते थे लेकिन बोर्ड के सदस्यों ने उनका समर्थन नहीं किया। हालांकि अब इस मामले में बीसीसीआई के मौजूदा कोषाध्यक्ष और अगले आईपीएल चेयरमैन अरुण धूमल ने अपनी प्रतिक्रिया दी है और उन्होंने कहा है कि गांगुली के कार्यकाल में बोर्ड को जिस तरह से चलाया गया उससे हर सदस्य खुश था। धूमल ने यह भी खुलासा किया कि किसी ने भी पूर्व भारतीय कप्तान के खिलाफ एक भी शब्द नहीं बोला था । इससे उन चर्चाओं पर विराम लग गया है जिसमें कहा जा रहा था कि गांगुली के काम से बोर्ड के सदस्य खुश नहीं थे।
बीसीसीआई के अध्यक्ष के तौर पर 1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य रोजर बिन्नी की नियुक्ति होगी। वहीं जय शाह को सचिव के पद पर बरकरार रखा गया है। राजीव शुक्ला को उपाध्यक्ष, आशीष शेलार को नया कोषाध्यक्ष और देवजीत सैकिया को नया संयुक्त सचिव बनाया गया है।
सौरव गांगुली को लेकर अरुण धूमल ने कुछ अहम बातों का जिक्र किया
पीटीआई ने धूमल के हवाले से कहा,
बीसीसीआई का कोई अध्यक्ष ऐसा नहीं है जिसने स्वतंत्र भारत में तीन साल से अधिक समय तक सेवा की हो। दादा के बारे में जो मीडिया में बाते बताई गईं या कुछ सदस्य उनके खिलाफ थे, वे सभी निराधार हैं। किसी ने भी उनके खिलाफ एक शब्द नहीं बोला। बोर्ड के सभी सदस्य पूरी टीम और कोविड-19 से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद पिछले तीन वर्षों में बीसीसीआई को कैसे चलाया गया, उससे बेहद खुश और संतुष्ट थे।
दादा का भारत के कप्तान के रूप में एक बहुत ही विशिष्ट करियर रहा है, जो अब तक के सर्वश्रेष्ठ लीडर्स में से एक है। एक प्रशासक के रूप में, उन्होंने पूरी टीम को साथ लिया और हमने एक टीम के रूप में काम किया।
धूमल ने यह भी कहा कि अगर गांगुली आईपीएल अध्यक्ष पद स्वीकार करते तो वह नई टीम का हिस्सा नहीं होते। गांगुली ने यह ऑफर स्वीकार नहीं किया और अब धूमल अगले आईपीएल चेयरमैन के रूप में बृजेश पटेल की जगह लेंगे।