भारतीय क्रिकेट टीम के टेस्ट कप्तान विराट कोहली पिच पर और हाल के दिनों में मैदान के बाहर अपने रवैये को लेकर काफ़ी तारीफ़ बटोर रहे हैं। वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ दोहरा शतक लगाकर उन्होंने एक और कीर्तिमान भी अपने नाम किया। कोहली ने उस पारी को अपने करियर की सबसे बेहतरीन टेस्ट पारी माना था और कहा था कि काफ़ी सालों से वह इस बड़ी पारी के इंतज़ार में थे। कोहली ने इससे पहले प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भी दोहरा शतक नहीं लगाया था। भारत के पूर्व क्रिकेटर और मौजूदा कॉमेंटेटर अरुण लाल भी कोहली से काफ़ी प्रभावित हैं, और उन्होंने भारतीय टेस्ट कप्तान की तारीफ़ करते हुए कहा है कि कोहली युवाओं के स्तर को भी काफ़ी ऊपर ले जा रहे हैं। "विराट कोहली ने आधुनिक क्रिकेट का मतलब ही बदल दिया है। नए खिलाड़ियों के के स्तर को भी कोहली ऊंचा करने में मदद कर रहे हैं। कोहली ठीक उसी तरह क्रिकेट के खेल को बदलने का माद्दा रखते हैं, जैसे कभी सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीरेंदर सहवाग किया करते थे। बल्कि वह जिस तरह से ख़ुद को तैयार करते हैं और खेल को देखते हैं, वह उन्हें दूसरों से भी अगल करता है।" :अरुण लाल कोहली ने दोहरा शतक लगाने के बाद ये भी कहा था कि, "वह दूसरों को वही करने के लिए कहते हैं जो वह ख़ुद कर सकें।" कोहली की इस बात से समझता जा सकता है कि वह क्रिकेट के इस खेल के लिए ख़ुद को कितना समर्पित करते हैं, जो किसी भी युवा क्रिकेटर के लिए प्रेरणा से कम नहीं। वैसे युवा क्रिकेटर्स जो विराट कोहली को अपना आदर्श मानते हैं और उनकी तरह बनना चाहते हैं, उनके लिए शुरू से ही अपने स्टर को ऊपर रखना होगा।