ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच ऐतिहासिक एशेज सीरीज का 2017/18 सीज़न अब से कुछ देर बाद ही यानी 23 नवम्बर से गाबा के मैदान पर खेला जाएगा। इसके साथ ही दोनों टीमों का धैर्य परीक्षण भी शुरू हो जाएगा।
घरेलू सरजमीं पर ऑस्ट्रेलिया को हराना इंग्लैंड के लिए काफी मुश्किल दिखता है क्योंकि पिछले 3 दौरों में 2 बार ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 5-0 से इंग्लैंड को पटखनी दी है। अब इस एशेज सीरीज में एक बार फिर इंग्लैंड के सामने ऑस्ट्रेलिया की मजबूत चुनौती रहेगी।
आइए आपको इंग्लैंड के 5 ऐसे खिलाड़ियों से मिलाते हैं जो इंग्लैंड की जीत में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
#5 क्रिस वोक्स
क्रिस वोक्स ने एशेज से पहले हुए 2 अभ्यास मैचों में शानदार गेंदबाजी कर दौरे की शानदार शुरुआत की है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया एकादश के खिलाफ हुए अभ्यास मैच में उन्होंने पहली पारी में 6 विकेट झटके थे।
वोक्स वर्तमान समय में इंग्लैंड के प्रमुख तेज गेंदबाजों में एक हैं और इंग्लैंड की जीत के लिए उनका अच्छा प्रदर्शन करना काफी आवश्यक है। वो बल्ले से भी अच्छा खेल दिखाने में सक्षम हैं और ऐसे में ऑलराउंडर की अहम भूमिका भी निभा सकते हैं।
जहां अभी बेन स्टोक्स टीम में मौजूद नहीं हैं ऐसे में वोक्स के ऊपर गेंद और बल्ले दोनों से उनकी कमी पूरी करने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होगी।
#4 मोईन अली
एशेज 2015 में मोईन अली का प्रदर्शन ठीकठाक रहा था। उन्होंने उस सीरीज में 36.82 की औसत से 293 रन बनाए जिसमें 2 अर्द्धशतकीय पारी शामिल थी। वहीं गेंदबाजी में उन्होंने 45.60 की औसत से 12 विकेट हासिल किए थे।
मोईन अली भी इस सीरीज में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है क्योंकि ऑस्ट्रेलिया की पिच में स्पिन गेंदबाजों के लिए मदद हमेशा रहती है। वहीं ऑस्ट्रेलिया की टीम में शीर्ष 6 बल्लेबाजों में 3 बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं, ऐसे में ऑफ स्पिनर की भूमिका अहम हो जाती है।
इंग्लैंड के पास मासोन क्रेन के रूप में लेग स्पिन का विकल्प मौजूद है लेकिन फिर भी उम्मीद की जा रही है कि इंग्लैंड की टीम सिर्फ मोईन अली के साथ ही उतरेगी। अली गेंदबाजी के साथ निचले क्रम में आकर रन भी बना सकते हैं। इसलिए वो इंग्लैंड के महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं।
#3 स्टुअर्ट ब्रॉड
पिछले एशेज सीरीज में दाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ स्टुअर्ट ब्रॉड ने ट्रेंटब्रिज में हुए चौथे टेस्ट की पहली पारी में 8 विकेट झटक कर ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी तहस-नहस कर दी थी। उनकी गेंदबाजी की वजह से ऑस्ट्रेलिया की पारी मात्र 60 रनों पर समाप्त हो गयी थी। उस सीरीज में ब्रॉड ने कुल 21 विकेट झटके थे।
ब्रॉड जब लय में गेंदबाजी कर रहे होते हैं तो काफी खतरनाक साबित होते हैं। उनकी सबसे बड़ी खासियत है कि वह सपाट पिचों पर भी विकेट झटक सकते हैं। एशेज में उन्होंने अभी तक 27.69 की औसत से 84 विकेट हासिल किए हैं। जेम्स एंडरसन के साथ ब्रॉड नई गेंद से गेंदबाजी की कमान संभालेंगे और इंग्लैंड की टीम उनसे शुरुआत में विकेट लेने की उम्मीद करेगी।
#2 एलिस्टर कुक
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और दिग्गज सलामी बल्लेबाज़ एलिस्टेयर कुक का पिछला दोनों ऑस्ट्रेलिया दौरा एक दूसरे से बिल्कुल अलग रहा है। 2010/11 के दौरे पर कुक ने 766 रन बनाकर इंग्लैंड को 3-1 से सीरीज पर कब्ज़ा जामाने में मदद की थी। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज को उस सीरीज में मैन ऑफ दी सीरीज से भी नवाज़ा गया था।
हालांकि 2013 के एशेज सीरीज के दौरान मिचेल जॉनसन की कहर बरपाती गेंदों के सामने कोई भी इंग्लिश बल्लेबाज टिक कर नहीं खेल पाया और वो ज्यादातर मौकों पर कुक पर भी हावी दिखे। कुक के लिए वह सीरीज काफी निराशाजनक थी, जहां उन्होंने 24.6 की औसत से मात्र 246 रन बनाए। उस समय कुक टीम के कप्तान भी थे और उनकी टीम का 0-5 से सूपड़ा साफ हो गया था।
कप्तानी के बोझ से मुक्त होने के बाद अब कुक फिर से बल्लेबाज़ी फॉर्म में आने को व्याकुल होंगे। उनके सलामी जोड़ीदार मार्क स्टोनमैन को अभी ज्यादा अनुभव नहीं है, ऐसे में इंग्लैंड को अच्छी शुरुआत दिलाने की पूरी जिम्मेदारी अनुभवी कुक के कंधो पर होगी।
#1 जो रुट
जो रुट पहली बार एशेज सीरीज में कप्तानी करेंगे। ऐसे में उनपर काफी दबाव भी होगा लेकिन उनकी तरह का प्रतिभाशाली खिलाड़ी इसी तरह के दबाव में निखरकर सामने आता है। पिछली एशेज सीरीज में उन्होंने 57.60 की औसत से 460 रन बनाये थे जिसमें 2 शतक भी शामिल थे। उनके इस प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ दी सीरीज का पुरस्कार भी दिया गया था।
2013/14 की सीरीज के मुकाबले रुट अब काफी परिपक्व बल्लेबाज़ बन गए हैं और टेस्ट मैचों में लगातार रन बना रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया की पिचों पर काफी रन बनने की उम्मीद है, ऐसे में यॉर्कशायर का यह बल्लेबाज भी रन बनाने के मामले में पीछे रहना नहीं चाहेगा। इंग्लैंड का पूरा मध्यक्रम इन्हीं के बल्लेबाजी के इर्द गिर्द घूमेगा। इसके अलावा उनके द्वारा कप्तानी में लिए गए फैसले भी यह निर्धारित करेंगे कि इंग्लैंड की टीम यह प्रतिष्ठित सीरीज जीत कर एशेज़ पर अपना कब्ज़ा बरक़रार रखती है या नहीं।
इन पांच खिलाड़ियों के अलावा इस टीम को अगर कोई और जीत का मंत्र दे सकता है तो वह हैं तेज़ गेंदबाज़ जेम्स एंडरसन, जिन्होंने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट में 500 विकेट हासिल किए हैं।