भारतीय टीम के पूर्व तेज़ गेंदबाज आशीष नेहरा ने पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। आकाश चोपड़ा के शो आकाशवाणी में बात करते हुए नेहरा ने अपने विचार रखे। नेहरा से पूछा गया कि उनके लिए सबसे बेहतरीन कप्तान कौन हैं, तो इसपर उन्होंने अलग तरह से प्रतिक्रिया दी और सौरव गांगुली के साथ महेंद्र सिंह धोनी का भी जिक्र किया।
नेहरा ने कहा," सभी कप्तान अलग होते हैं और इसमें कोई दो राय नहीं है। मीडिया के द्वारा मुझसे यह सवाल कई बार पूछा गया, यहाँ तक कि कमेंट्री करते वक़्त भी यह सवाल सामने आ जाता है कि कौन बेहतर है - सौरव गांगुली या महेंद्र सिंह धोनी? मैं उन्हें कहता हूँ कि भारत ने 2000 से पहले भी कई कप्तानों के अंदर मुकाबले खेले, जिसमें कपिल देव, सुनील गावस्कर, एस वेंकटराघवन और अजित वाडेकर शामिल हैं। अगर आप मोहिंदर अमरनाथ या मदन लाल से यह सवाल करेंगे तो उनका जवाब शायद कपिल देव होगा, वहीं सुनील गावस्कर पसंदीदा कप्तान के तौर पर अजित वाडेकर का नाम ले सकते हैं।"
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नेहरा ने यह भी कहा कि कोई मोहम्मद अज़हरुद्दीन का नाम नहीं लेता। उन्होंने सबसे ज्यादा तीन वर्ल्ड कप में भारत की कप्तानी की है। नेहरा ने कहा कि मैं सबसे ज्यादा सौरव गांगुली और महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में खेला हूँ, इसलिए उनके बारे में ज्यादा बता सकता हूँ। नेहरा ने कहा कि दोनों कप्तान जानते थे कि अपने खिलाड़ियों से बेहतर प्रदर्शन कैसे करवाना है।
नेहरा ने कहा," सौरव गांगुली से सामने टीम बनाने की चुनौती थी, वहीं धोनी के पास टीम तैयार थी और गैरी कर्स्टन जैसे कोच मौजूद थे। धोनी के सामने चुनौती सीनियर खिलाड़ियों के सामने कप्तानी करने की थी। सौरव गांगुली की एक बात सबसे अच्छी थी कि वो अपने खिलाड़ियों का काफी साथ देते थे और इसके लिए वह चयनकर्ताओं से लड़ भी लेते थे और बोर्ड अध्यक्ष से भी इस मामले में बात कर लेते थे।"
धोनी के बारे में नेहरा ने कहा," वाह काफी शांत रहते थे। वह खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा मौका देना चाहते थे। कर्स्टन के साथ उनका तालमेल काफी अच्छा था। उनकी टीम में तेंदुलकर, द्रविड़, लक्ष्मण, सहवाग, युवराज और हरभजन जैसे दिग्गज मौजूद थे। जिस तरह से उन्होंने खुद को और टीम को संभाला, वह काबिले तारीफ है।