Ashish Nehra and Vikram Solanki likely to continue with Gujarat Titans: आईपीएल के 18वें सीजन से पहले होने वाले मेगा ऑक्शन से कुछ फ्रेंचाइजी में कई बदलाव देखने को मिल रहे हैं और इनके आगे भी ऐसे जारी रहने की पूरी उम्मीद है। हाल ही में ऐसी रिपोर्ट सामने आई थी कि IPL 2025 से पहले गुजरात टाइटंस फ्रेंचाइजी का मालिकाना हक बदल सकता है और इस दौरान टीम में शामिल पुराने कोचिंग स्टाफ मेंबर्स की छुट्टी हो सकती है। इसमें मुख्य कोच आशीष नेहरा का नाम भी शामिल था। हालांकि, अब एक राहत भरी खबर सामने आई है कि नेहरा के आगामी सीजन में भी टीम के साथ बने रहने की पूरी संभावना है। वहीं, उनके अलावा टीम के क्रिकेट निदेशक विक्रम सोलंकी भी टीम के साथ बने रहेंगे।
आशीष नेहरा जारी रखेंगे अपना कार्यकाल
बता दें कि गुजरात टाइटंस का मालिकाना हक वर्तमान समय में सीवीसी कैपिटल्स के पास है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, टोरेंट ग्रुप गुजरात टाइटंस फ्रेंचाइजी में बड़ी मात्रा में हिस्सेदारी लेने के लिए तैयार है। इसे लेकर सीवीसी कैपिटल्स और टोरेंट ग्रुप के बीच डील भी हो चुकी है। माना जा रहा था कि टीम का मालिक बदलने के बाद, जीटी के कोचिंग स्टाफ में कुछ नए लोगों की एंट्री होगी।
आशीष नेहरा और विक्रम सोलंकी आईपीएल 2022 से टीम के साथ जुड़े हुए हैं। आईपीएल 2022 में जब गुजरात अपने डेब्यू सीजन में विजेता बनी थी, तो नेहरा और सोलंकी की तारीफ हुई थी। ये दोनों कोचिंग स्टाफ में सबसे अधिक सैलरी लेने वाले लोगों में से हैं। क्रिकबज की रिपोर्ट की मानें, तो आईपीएल 2025 में नेहरा और सोलंकी अपने पद को फिर से संभालते नजर आएंगे। बोर्ड के प्रमुख सदस्यों ने इस फैसले पर अपनी सहमति जताई है।
नेहरा और सोलंकी को बनाए रखने के फैसले का मतलब है कि बाकी कोचिंग स्टाफ को भी बरकरार रखा जाएगा, जिसमें आशीष कपूर, मिथुन मन्हास, नरेंद्र नेगी और यूके में रहने वाले नईम अमीन (सभी सहायक कोच) शामिल हैं। साथ ही प्रदर्शन विश्लेषक के रूप में काम करने वाले संदीप राजू भी शामिल हैं। हालांकि, फ्रेंचाइजी को गैरी कर्स्टन का रिप्लेसमेंट ढूंढ़ना होगा, जो पहले टीम सीजन में टीम के मेंटर और बल्लेबाजी कोच की भूमिका में नजर आए थे। वर्तमान में वह पाकिस्तान के लिए व्हाइट बॉल फॉर्मेट में हेड कोच की भूमिका निभा रहे हैं।
गौरतलब हो कि नेहरा समेत अन्य कोचिंग स्टाफ मेंबर्स के कार्यकाल को आगे बढ़ाये जाने की घोषणा अभी तक आधिकारिक तौर पर नहीं की गई है। बीसीसीआई को भी इसकी सूचना नहीं दी गई है। अगर सीवीसी कैपिटल्स और टोरेंट ग्रुप के बीच डील फाइनल होती है, तो वित्तीय लेनदेन में बीसीसीआई को 5 प्रतिशत राशि मिलेगी।