रविचंद्रन अश्विन ने मुझे 27 बार आउट नहीं किया : केन विलियमसन

भारत के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज 3-0 से हारने के बाद न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने मीडिया से बातचीत में स्वीकार किया कि उनकी टीम को मिश्रित परिस्थितियों में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। सीरीज में 27 विकेट लेने वाले ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन मैन ऑफ द सीरीज बने, जिनके खिलाफ मेहमान टीम के बल्लेबाजों की एक नहीं चली। अश्विन ने तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 4 बार विलियमसन का शिकार किया। जब मेहमान टीम के कप्तान से ऑफस्पिनर के प्रदर्शन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने मजाक में कहा कि अश्विन ने उन्हें 27 बार आउट नहीं किया, लेकिन उनकी टीम के साथियों को भी आउट किया। विलियमसन ने कहा, 'उन्होंने (अश्विन) मुझे 27 बार आउट नहीं किया। उन्होंने अन्य बल्लेबाजों को भी आउट किया है।' फिर गंभीर होकर विलियमसन ने बताया कि अश्विन ने परिस्थितियों का अच्छा लाभ उठाया और रफ एरिया का पूरा इस्तमाल किया, जो मैच के दौरान बन गए थे। उन्होंने साथ ही कहा कि उनकी टीम के लिए यह सीरीज बहुत अच्छे अनुभव देने वाली रही जिसका आगे चलकर उन्हें फायदा मिलेगा। विलियमसन ने कहा, 'अश्विन अच्छे गेंदबाज हैं। हम हमेशा अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलकर कुछ सीखते हैं। मेरे ख्याल से यह एक नई चीज है, जो निजी भी है। ऐसी पिच पर जहां खूब रफ एरिया हो, वहां गेंदबाजी करने में मजा आता है। मेरा मानना है कि कई बार मैं इसका शिकार भी बना। मेरे ख्याल से जब आप इस तरह की परिस्थिति में हो कि आप एक ही जैसे आउट हो रहे हैं, तो आपको सीखने और उसमें सुधार करने की क्षमता सीखने को मिलती है। मेजबान टीम के खिलाफ खेलकर हमें अच्छे अनुभव हासिल हुए हैं जो आगे चलकर काफी मददगार साबित होंगे।' भारतीय टीम को घरेलू जमीन पर इस सत्र में 10 टेस्ट और खेलना है। विराट कोहली की सेना पहले इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी, फिर बांग्लादेश के खिलाफ एक और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट की मेजबानी करेगी। जब विलियमसन से पूछा गया कि भारतीय परिस्थिति में खेलने के बारे में बताए और मेहमान टीमों के लिए क्या सलाह देना चाहेंगे तो कीवी कप्तान ने बताया कि ऐसी परिस्थिति में सबसे प्रमुख बात टॉस जीतना है। कोहली को भाग्य का अच्छा सहारा मिल रहा है जो पिछले वर्ष दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज से शुरू हुआ। विलियमसन ने कहा, 'मेरे ख्याल से टॉस जीतना मददगार होगा, जो अपने आप में बड़ी चुनौती है। पिछले वर्ष दक्षिण अफ्रीका भी तीनों बार टॉस हार गया था। आपको अपने सर्वश्रेष्ठ में रहना जरुरी है। इस सीरीज में हर पिच अलग थी, लेकिन भारत हर मामले में आगे रहा। सबसे बड़ी बात है कि आप क्रीज पर ज्यादा समय बिताए ताकि विरोधी टीम पर दबाव बना सके। पहले बल्लेबाजी करना अच्छा है। इससे काफी मदद मिल जाती है और मैच ज्यादा प्रतिस्पर्धात्मक होते हैं। भारत की यह टीम बहुत अच्छी है और उन्हें पता है कि यह परिस्थिति किसी और से बेहतर हैं।' भारत और न्यूजीलैंड की टीम अब पांच मैचों की वन-डे सीरीज खेलेगी जिसकी शुरुआत रविवार को धर्मशाला में होगी।