आईपीएल-9 में पहली बार खेली राइज़िंग पुणे सुपरजांयट्स के लिए वैसे तो कुछ सही नहीं रहा, कभी खिलाड़ी की चोट तो कभी टीम कॉम्बिनेशन की वजह से पुणे सातवें पायदन पर ही रही। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली इस टीम के लिए अगर इस सीज़न में कुछ सकारात्मक रहा, तो वह थे युवा लेग स्पिनर मुरुगन अश्विन। मुरुगन अश्विन ने कुल 10 मैच खेले जिसमें उनका प्रदर्शन शानदार रहा था, कई मौक़ों पर वह धोनी के लिए तुरुप का इक्का भी साबित हुए थे। तमिलनाडु के इस फिरकी गेंदबाज़ की ताक़त उनकी फ़्लिपर है। एक अंग्रेज़ी अख़बार के साथ बातचीत करते हुए मुरुगन अश्विन ने अपनी इस शानदार गेंद के बारे में राज़ खोला और बताया कि कैसे ये ख़तरनाक गेंद उनकी ताक़त बन बई। उन्होंने इसका श्रेय दक्षिण अफ़्रीका के लेग स्पिनर इमरान ताहिर को दिया। "जब वह अपनी गुगली में निखार ला रहे थे, तब मैं उनसे फ़्लिपर को सीखने के लिए बेताब था। ताहिर एक ऐसे गेंदबाज़ हैं जो फ़्लिपर शानदार करते हैं, और वह इसका राज़ दूसरों के साथ साझा करने से भी पीछे नहीं हटते।" : इमरान ताहिर अश्विन ने ये भी कहा कि इससे पहले इमरान ताहिर ने उनसे गुगली के बारे में जानना चाहा था और उसमें कैसे सुधार लाया जाए इस बारे में पूछा था। "पहली बार मेरी ताहिर से मुलाक़ात भारत-दक्षिण अफ़्रीका के बीच वनडे के दौरान हुई थी जब चेन्नई में खेला गया था। जब मैं नेट्स पर गेंदबाज़ी कर रहा था तो ताहिर मुझे लगातार देख रहे थे, जिसके बाद वह मेरे पास आए और उन्होंने मेरी तारीफ़ की ख़ास तौर से मेरी गुगली की। मैंने उन्हें बताया और फिर उन्होंने मुझसे गुगली सीखने की बात कही।" : इमरान ताहिर तमिलनाडु के इस स्पिनर के लिए आईपीएल का ये पहला सीज़न था जिसमें उन्होंने 10 मैचों में 7 विकेट लेकर सभी को प्रभावित किया। अश्विन के प्रदर्शन से राइज़िंग पुणे सुपरजायंट्स के कोच स्टीफ़न फ़्लेमिंग भी काफ़ी प्रभावित हैं और उन्होंने मुरुगन अश्विन को एक वर्ल्ड क्लास गेंदबाज़ बताया।