अनुभवी बल्लेबाज शोएब मलिक की 43 गेंदों में खेली गई 51 रनों की साहसी पारी के दम पर पाकिस्तान ने एशिया कप-2018 के सुपर-4 के अपने पहले मैच में शुक्रवार को अफगानिस्तान को तीन विकेट से हरा दिया। इस मैच में शोएब मलिक की सूझबूझ भरी पारी ने ना केवल पाकिस्तान को मैच जीतने में मदद की बल्कि अपने एक काम से खेल भावना का परिचय देते हुए लोगों का दिल भी जीत लिया।
दरअसल अफगानिस्तान को आखिरी ओवर में जीतने के लिए 10 रनों का बचाव करना था। ऐसे में अफ़ग़ानिस्तान के कप्तान असगर अफगान ने गेंद तेज गेंदबाज आफताब आलम को सौंपी। लेकिन युवा गेंदबाज आफताब बल्लेबाजी कर रहे शोएब के अनुभव के सामने छोटे पड़ गए और वह 10 रन बचाने में नाकाम रहे। इसी कारण वह मैच खत्म होने पर बहुत हताश हो गए थे। इसके बाद आफताब घुटनोंं पर बैठ गए और उनकी आंखों से आंसू निकलने लगे जिन्हें छिपाने के लिए उन्होंने अपने चेहरे को हाथों से ढक लिया। आफताब निश्चित रूप से अपने कप्तान के भरोसे पर खरा नहीं उतरने की वजह से निराश थे। जीत की ख़ुशी होने के बावजूद मलिक ने इस खिलाड़ी का ध्यान रखा। मलिक उनके पास पहुंचे और उनको सांत्वना देकर उनको संभाला। मलिक को देख हसन अली भी पहुंचे और दोनों ने आफताब से बात की। इस दृश्य की तस्वीर को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने ' खेल की भावना ‘ कैप्शन के साथ शेयर किया है। पाकिस्तानी प्रशंसक भी शोएब के इस कदम की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं।
258 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान को आखिरी ओवर में जीतने के लिए 10 रनों की दरकार थी। ऐसे में मलिक ने आखिरी ओवर फेंकने आये तेज गेंदबाज आफताब आलम की पहली गेंद खाली निकलने के बाद एक छक्का और चौका लगाकर मैच जीत लिया था। पाकिस्तान ने अफगानिस्तान को इस मैच में 3 गेंद शेष रहते हुए 3 विकेट से मात दी।