"हमारे युवा खिलाड़ी दूसरों की तुलना में बहुत जल्दी परिपक्व हो जाते हैं", अंडर-19 वर्ल्ड कप की जीत के बाद आई प्रतिक्रिया 

भारतीय खिलाड़ियों ने पूरे टूर्नामेंट में उम्दा खेल का प्रदर्शन किया
भारतीय खिलाड़ियों ने पूरे टूर्नामेंट में उम्दा खेल का प्रदर्शन किया

भारतीय अंडर-19 टीम ने जिस तरह से वर्ल्ड कप (Under-19 World Cup 2022) में शानदार खेल दिखाया है, उससे पूर्व भारतीय खिलाड़ी अतुल वासन (Atul Wassan) को बिलकुल भी हैरानी नहीं हुई है। उनके मुताबिक जूनियर लेवल पर लड़को को जिस तरह का एक्सपोज़र मिलता है, उससे वे अन्य देशों के अंडर-19 खिलाड़ियों की तुलना में जल्दी परिपक्व हो जाते हैं। वासन की यह प्रतिक्रिया भारतीय टीम के चैंपियन बनने के बाद आई है।

आपको बता दें कि भारतीय टीम ने फाइनल मुकाबले में शानदार खेल दिखाते हुए इंग्लैंड को 4 विकेट से मात दी। 190 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने छह विकेट के नुकसान पर 195 रन बनाकर मैच अपने नाम किया।

वासन ने एएनआई के साथ बातचीत में कहा,

मुझे यह कोई बड़ी बात नहीं लगती क्योंकि मेरा मानना है कि ऐसा होना चाहिए था। हमारी टीम और हमारे लड़के तेजी से परिपक्व होते हैं। जब मैं एशिया कप अंडर -19 फाइनल के लिए कमेंट्री कर रहा था, तभी मैंने यह जान लिया था कि बाकी अंडर-19 विश्व कप के लिए टीम इतनी जल्दी परिपक्व नहीं होती। इसका श्रेय भारतीय क्रिकेट बोर्ड को जाता है कि उन्होंने उन्हें जूनियर स्तर पर एक्सपोजर दिया।

उन्होंने आगे कहा,

एक्सपोजर का स्तर इतना अधिक है कि 17, 18 और 19 साल के खिलाड़ी इतनी जल्दी परिपक्व हो जाते हैं। आपने देखा कि उन्होंने कैसे मैच जीता। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में भी वे दो विकेट गंवाने की स्थिति में थे और यश ने जिस तरह से बल्लेबाजी की और उसके बाद विकेटकीपर ने सिर्फ 4 गेंदों में 20 रन बनाए, तब 265 का स्कोर 290 हो गया। 290 का स्कोर विपक्ष पर अलग तरह का दबाव बनाता है।
इसलिए, जहां भी कठिन स्थिति थी, हमारे लड़कों में टीम को फिनिश लाइन के पार ले जाने की परिपक्वता थी। फाइनल में भी इंग्लैंड के खिलाफ ऐसा ही था, हालांकि इंग्लैंड ने 6 विकेट के पतन के बाद अच्छी वापसी की

वापस आकर इन खिलाड़ियों को रणजी खेलना चाहिए - अतुल वासन

अतुल वासन का मानना है कि इन युवा खिलाड़ियों को वापस आने के बाद कमर्शियल माहौल से दूरी बनाते हुए क्रिकेट खेलने पर ध्यान लगाना चाहिए और राज्यों को इन खिलाड़ियों को रणजी टीमों में मौका देना चाहिए। पूर्व खिलाड़ी ने कहा,

पिछले दो साल से रणजी ट्रॉफी के मैच नहीं खेले जा रहे हैं। मुझे लगता है कि एक बार जब ये लड़के वापस आ गए तो राज्यों को इन लड़कों को खेलना अनिवार्य कर देना चाहिए क्योंकि मुझे याद है जब विराट कोहली और इशांत शर्मा अंडर-19 विश्व कप से लौटे थे तो उस समय मैं दिल्ली की टीम में था और मैंने जोर देकर कहा कि उन्हें रणजी खेलना चाहिए। लोगों ने कहा कि उन्हें और क्रिकेट खेलने दो लेकिन मेरा मानना था कि अगर उन्होंने वर्ल्ड कप में अच्छा प्रदर्शन किया है तो उन्हें शामिल किया जाना चाहिए, अन्यथा उनका समय बर्बाद हो जाएगा।

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Edited by Prashant Kumar
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