4. डेथ ओवरों में भारत की खराब गेंदबाजी
भारतीय टीम ने इस मैच में लगभग 40 ओवरों तक बेहतरीन गेंदबाजी की और ऑस्ट्रेलियाई टीम पर दबाव बनाए रखा। उस्मान ख्वाजा 59 रन बनाकर आउट हुए, इसके बाद शॉन मार्श भी 54 रन बनाकर कुलदीप यादव का शिकार हो गए। लेकिन पीटर हैंड्सकोम्ब, मार्कस स्टोइनिस और ग्लेन मैक्सवेल ने आखिर के ओवरों में पारी को गति प्रदान की।
हैंड्सकोम्ब ने 61 गेंद पर 6 चौके और 2 छक्के की मदद से 73 रन बनाए। स्टोइनिस ने 43 गेंद पर 47 रनों की नाबाद पारी खेली और मैक्सवेल 5 गेंद पर 11 रन बनाकर नाबाद रहे। 40 ओवर के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम का स्कोर 195/4 था लेकिन आखिर के 10 ओवरों में उन्होंने 93 रन बनाए, जिसमें भुवनेश्वर कुमार के आखिरी ओवर में 18 रन बने।
भुवनेश्वर कुमार ने 10 ओवर में 66 रन दे डाले और कुलदीप यादव ने इतने ही ओवर में 54 रन खर्च कर डाले। यही वजह रही कि कंगारू टीम इतने बड़े स्कोर तक पहुंचने में सफल रही।