2. महेंद्र सिंह धोनी की बेहद धीमी बल्लेबाजी
भारतीय टीम की हार की एक और वजह रही महेंद्र सिंह धोनी की बेहद धीमी बल्लेबाजी। धोनी ने इस मैच में 51 रन बनाए लेकिन उसके लिए उन्होंने 16 ओवर यानि 96 गेंदे खेली। ये उनके करियर का दूसरा सबसे धीमा अर्धशतक था। उनकी धीमी बल्लेबाजी की वजह से जरूरी रन रेट का दबाव बढ़ता चला गया और आखिर में तेजी से रन बनाने के चक्कर में रोहित शर्मा अपना विकेट गंवा बैठे।
हालांकि एम एस धोनी जिस वक्त क्रीज पर आए उस समय भारतीय टीम काफी मुश्किल स्थिति में थी। टीम ने महज 4 रन तक अपने महत्वपूर्ण विकेट गंवा दिए थे। ऐसे में यहां एक साझेदारी की जरूरत थी और धोनी ने रोहित के साथ मिलकर 137 रनों की बेहद महत्वपूर्ण साझेदारी भी की लेकिन अगर वो अपनी पारी के आगे तक ले जाते और तेजी से रन बनाकर जाते तो भारतीय टीम के जीत के मौके बढ़ जाते। टीम को जब सबसे ज्यादा उनकी जरूरत थी तभी उन्होंने अपना विकेट गंवा दिया। हालांकि वो पगबाधा आउट नहीं थे लेकिन टीम के पास कोई रिव्यू नहीं था।