पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की बल्लेबाजी में भले ही आजकल पहले जैसी बात ना दिखती हो मगर उनकी विकेटकीपिंग की कला वक़्त के साथ निखरती ही जा रही है। एडिलेड में खेले जा रहे एकदिवसीय मैच में धोनी ने इसका शानदार नमूना पेश किया। महेंद्र सिंह धोनी ने इस मैच में एक शानदार स्टंपिंग कर भारत को बड़ी कामयाबी दिलाई।
पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया की ओर से सबसे अधिक रन बनाने वाले पीटर हैंड्सकोम्ब को धोनी ने तेजी के साथ स्टंपिंग करते हुए पवेलियन भेजने का काम किया। शॉन मार्श पीटर हैंड्सकोम्ब के साथ मिलकर एक बड़ी साझेदारी की ओर बढ़ रहे थे, तभी पारी के 28वें ओवर में जडेजा ने एक गेंद फेंकी जिसपर हैंड्सकोम्ब ने स्वीप शॉट लगाने की कोशिश की मगर गेंद बल्ले की पहुंच से दूर रही।इस शॉट को खेलने क्रीज़ से बाहर आये हैंड्सकोम्ब को धोनी ने स्टंप आउट कर भारत को बड़ी सफलता दिलाई। इस मैच में हैंड्सकोम्ब केवल 20 गेंदों में 22 रन ही बना सके। इस स्टंपिंग के अलावा धोनी ने विकेटों के पीछे एक कैच लपककर विकेट झटकने में भी मदद की।
बता दें कि भारत के खिलाफ दूसरे वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया। भारत के लिये मोहम्मद सिराज ने वनडे क्रिकेट में डेब्यू किया जिसे खलील अहमद की जगह शामिल किया गया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया को फिंच और कैरी ने धीमी शुरुआत दी। फिंच एक बार फिर भुवनेश्वर कुमार के शिकार हुए और महज 6 रन के स्कोर पर बोल्ड हो गए। इसके बाद कैरी भी शमी के ओवर में कैच आउट हो गए।
फिंच और केरी के आउट होने के बाद शॉन मार्श ने पहले उस्मान ख्वाजा और फिर पीटर हैंड्सकॉम्ब के साथ साझेदारी कर टीम को मुश्किलों से निकालने का काम किया। मार्श ने दोनों ही बल्लेबाजों के साथ 50 से अधिक रनों की साझेदारी की। इस तरह मार्श के शतक की मदद से भारत को 299 रन का लक्ष्य दिया।
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