2.भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया की कंडीशंस से पूरी तरह परिचित हो चुकी होगी
भारतीय टीम अभी तक ऑस्ट्रेलिया में दो मुकाबले खेल चुकी है और अब उन्हें अंदाजा लग गया होगा कि वहां पर किस लेंथ पर गेंदबाजी करनी है और ऑस्ट्रेलियाई टीम का मजबूत पक्ष क्या है।
आमतौर पर कोई भी टीम जब विदेशी दौरे पर जाती है तो वहां की कंडीशंस से तालमेल बैठाने में उन्हें थोड़ा वक्त जरुर लगता है और भारतीय टीम 2 वनडे खेलने के बाद अब वहां की पिचों और मौसम से पूरी तरह अभ्यस्त हो चुकी होगी। ऐसे में भारत को इसका फायदा भी मिल सकता है।
Edited by सावन गुप्ता