उपमहाद्वीप में अभ्यास के दौरान दी जाने वाली पिचों से किसी मेहमान टीम को उतना लाभ नहीं मिल पाता है, ऐसा ही कुछ सोचकर ऑस्ट्रेलिया की टीम ने भारत में होने वाले चार टेस्ट मैचों के दौरे से पहले दुबई स्थिति आईसीसी एकेडमी में प्रशिक्षण लेने का फैसला किया है। इस टीम का एशिया में रिकॉर्ड इतना अच्छा नहीं रहा है। पिछली तीन सीरीजों में कंगारू टीम को 9 टेस्ट मैचों में शिकस्त का सामना करना पड़ा है। भारत में इस टीम ने अपना अंतिम टेस्ट मैच 2004 में जीता था। आईसीसी एकेडमी में लगभग 30 पिचें हैं, जिन्हें विश्व के अलग-अलग हिस्सों से लाई गई मिट्टी से बनाया गया है। इन पिचों पर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को स्पिन के खिलाफ अभ्यास करने में मदद मिलेगी। बता दें कि भारत दौरे पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों को स्पिन गेंदबाजी खेलने में ख़ासी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के कार्यकारी महाप्रबन्धक पैट हॉवर्ड ने फैरफेक्स मीडिया से बातचीत करते हुए कहा "भारत में सब जगह एक जैसा होना आसान नहीं है। दुबई में अलग तरह की पिचों पर तैयारी हो सकेगी। आईसीसी ने अच्छा कार्य किया है, हमें अलग-अलग पिचें मिलेगी। ये सिर्फ स्पिन पिचों की ही बात नहीं है। ये एक मानसिकता की बात है। हम जो करने जा रहे हैं, इसकी कॉपी नहीं की जा सकती। यह सिर्फ मन की तसल्ली की बात है। ऐसा नहीं है कि हम वहां जाकर रविचंद्रन अश्विन और रविन्द्र जडेजा के सामने अभ्यास कर पाएंगे।" गौरतलब है कि कंगारू टीम अभी पाकिस्तान के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेल रही है। इसमें वे 2-0 की बढ़त बनाए हुए हैं। इसके बाद यह टीम फरवरी में भारत दौरे पर आएगी जहां उन्हें चार टेस्ट मैच खेलने हैं। इस सीरीज का पहला मैच 23 फरवरी से पुणे में खेला जाएगा। इसके बाद होने वाले तीन टेस्ट मैच बंगलुरु, रांची और धर्मशाला में खेले जाएंगे।