पहले टेस्ट में 10 विकेट से इंग्लैंड पर जीत दर्ज करने के बाद मेज़बान ऑस्ट्रेलिया तैयार है एशेज़ के दूसरे टेस्ट के लिए, जो शनिवार से एडिलेड में खेला जाएगा। एडिलेड में होने वाला ये टेस्ट मैच ऐतिहासिक होने वाला है, क्योंकि एशेज़ इतिहास में पहली बार पिंक बॉल से डे-नाइट टेस्ट मैच होने जा रहा है। इससे पहले इसी मैदान पर दो डे-नाइट टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं, जहां एक में कंगारुओं ने न्यूज़ीलैंड को शिकस्त दी थी तो पिछली बार हुए पिंक बॉल टेस्ट में दक्षिण अफ़्रीका को भी मेज़बानों से मिली थी हार। यानी ऑस्ट्रेलिया का एडिलेड में खेले गए डे-नाइट टेस्ट मैच में जीत का प्रतिशत 100 रहा है। ब्रिसबेन की अपेक्षा एडिलेड में इंग्लैंड की चुनौती मज़बूत गाबा में खेले गए पहले टेस्ट में इंग्लैंड को भले ही 10 विकेट से हार झेलनी पड़ी थी, लेकिन कई मौक़ों पर इंग्लिश टीम कंगारुओं पर हावी भी दिखी थी। एडिलेड की परिस्थिति इंग्लैंड के लिए सबसे माक़ूल नज़र आती है, क्योंकि पिच पर गाबा से ज़्यादा घास है और डे-नाइट टेस्ट मैच में इंग्लिश गेंदबाज़ ज़्यादा ख़तरनाक साबित हो सकते हैं। इंग्लैंड ने हाल ही में विंडीज़ के ख़िलाफ़ डे-नाइट टेस्ट मैच में पिंक बॉल से कमाल का प्रदर्शन किया था और पारी से जीत दर्ज की थी। अगर इंग्लिश गेंदबाज़ एडिलेड में भी पिंक गेंद का सही से इस्तेमाल कर पाए तो मेज़बानों पर दबाव बनाया जा सकता है, कंगारुओं के लिए दबाव में बिखरना अब आम बात हो गई है। इसके लिए गेंदबाज़ों का अच्छा साथ फ़ील्डर्स को भी देना होगा, गाबा में कई मौकों को इंग्लिश खिलाड़ियों ने गवां दिया था उस भूल से यहां सबक़ लेना होगा। मोईन अली की जगह मेसन क्रेन कर सकते हैं डेब्यू इंग्लैंड के लिए एडिलेट टेस्ट से ठीक पहले दो बड़े झटके लगे हैं, एक मैदान के अंदर और एक मैदान के बाहर। तीसरे टेस्ट से टीम के साथ ऑलराउंडर बेन स्टोक्स की उम्मीदें अब जहां ख़त्म हो गई हैं, तो वहीं एडिलेट टेस्ट में मोईन अली के खेलने पर भी संदेह बना हुआ है। गाबा टेस्ट के दौरान मोईन अली के दाहिने हाथ की उंगली में चोट आ गई थी, जो अब तक पूरी तरह ठीक नहीं हो पाई है। बल्लेबाज़ी में तो इससे मोईन को ज़्यादा असर नहीं पड़ रहा लेकिन गेंदबाज़ी में ख़ासा तक़लीफ़ हो रही है, क्योंकि एक ऑफ़ स्पिनर के लिए दाहिने हाथ की उंगली ही गेंद को स्पिन करने के लिए अहम होती है। जो रूट चाहते हैं कि अगर मोईन अली थोड़ी भी गेंदबाज़ी कर सके तो वह टीम में बने रहेंगे और उनका वर्क लोड ख़ुद रूट ऑफ़ स्पिन गेंदबाज़ी करते हुए कम कर सकेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ तो फिर मोईन की जगह बेंच पर बैठे 20 वर्षीय लेग स्पिनर मेसन क्रेन एडिलेड में डेब्यू कर सकते हैं। पिच का पेंच और मौसम का मिज़ाज पिंक बॉल टेस्ट में पिच और मौसम दोनों की ही भूमिका बेहद अहम हो जाती है, एडिलेड में हुए पिछले दोनों ही पिंक बॉल टेस्ट में तेज़ गेंदबाज़ों को मदद मिलती आई है। लिहाज़ा इस बार भी पूरी उम्मीद की जा रही है कि पिच तेज़ गेंदबाज़ों के लिए मूफ़ीद होगी, हालांकि पिछले मुक़ाबले की तुलना में पिच पर घास कम ज़रूर है लेकिन इतनी है कि इसका फ़ायदा मिल सके। पिच क्यूरेटर के मुताबिक़ तीसरे दिन से स्पिनरों को भी इस पिच पर मदद मिलेगी। बात मौसम की करें, तो पहले दिन यानी शनिवार को बारिश की संभावना ज़रूर है लेकिन उसके बाद मौसम साफ़ रहने की उम्मीद की जा रही है। विनिंग कॉम्बिनेशन में मेज़बान नहीं करेंगे छेड़छाड़ मैच से पहले ही ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने साफ़ कर दिया है कि एडिलेड टेस्ट में कोई भी बदलाव नहीं होगा। यानी तेज़ गेंदबाज़ चेड सियर्स अभी फ़िलहाल बेंच पर ही बैठेंगे, तो दूसरी तरफ़ इंग्लैंड भी कोई बदलाव नहीं करना चाहता। लेकिन मोईन अली को लगी उंगली में चोट उन्हें एक बदलाव के लिए मजबूर कर सकती है, जिसका फ़ैसला टॉस से ठीक पहले ही किया जाएगा। ऑस्ट्रेलिया प्लेइंग-XI: डेविड वॉर्नर, कैमरन बैनक्रॉफ़्ट, उस्मान ख़्वाजा, स्टीव स्मिथ, पीटर हैंड्सकॉम्ब, शॉन मार्श, टिम पेन, मिचेल स्टार्क, पैट कमिंस, जोश हैज़लवुड और नैथन लॉयन इंग्लैंड संभावित-XI: एलिस्टेयर कुक, मार्क स्टोनमैन, जेम्स विंस, जो रूट, डेविड मलान, जॉनी बेयरस्टो, मोईन अली/मेसन क्रेन, क्रिस वोक्स, स्टुअर्ट ब्रॉड, जेक बॉल और जेम्स एंडरसन