भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे पर्थ टेस्ट में हार का सामना किया है। भारतीय गेंदबाजों ने तो अच्छी गेंदबाजी की मगर हार का मुख्य कारण भारतीय सलामी बल्लेबाजों का लगातार फ्लॉप होना रहा है। मुरली विजय और लोकेश राहुल ने बल्लेबाजी में निराश किया जिसके कारण भारतीय टीम ने परेशानी का सामना किया। राहुल ने पर्थ टेस्ट में 2 और 0 जबकि विजय ने 0 व 20 रन बनाए।
भारतीय टीम में बतौर सलामी बल्लेबाज शामिल हुए पृथ्वी शॉ अभ्यास मैच में चोटिल हो गये थे और श्रृंखला से बाहर हो गए। उनसे भारतीय टीम को काफी अपेक्षायें थी। पृथ्वी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना पर्दापण किया था। अब उनकी जगह मयंक अग्रवाल को टीम में जगह मिली है जोकि तीसरे टेस्ट मैच से अपना टेस्ट डेब्यू कर सकते हैं।
अंडर-19 में थे सर्वाधिक रन
मयंक अग्रवाल एक आक्रामक सलामी बल्लेबाज हैं। मयंक प्रथम श्रेणी क्रिकेट कर्नाटक की तरफ से खेलते हैं। उन्होंने कूच विहार ट्रॉफी 2008-09 में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 2010 में आईसीसी अंडर -19 विश्वकप में सर्वाधिक रन बनाए और सुर्खियां बटोरीं।
रणजी ट्रॉफी 2017-18 में सर्वाधिक रन
रणजी ट्रॉफी का पिछला सत्र मयंक अग्रवाल के लिए सबसे बेहतर रहा। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में नवंबर 2017 में मयंक ने अपना पहला तिहरा शतक बनाया। कर्नाटक की ओर से खेलते हुए मयंक ने नाबाद 304 रन महाराष्ट्र के खिलाफ बनाये। यह प्रथम श्रेणी क्रिकेट के इतिहास का 50वां तिहरा शतक है।उन्होंने रणजी ट्रॉफी 2017-18 में सबसे ज्यादा रन अपने नाम किये। मयंक ने उस सत्र में 1160 रन अपने नाम किये।
विजय हज़ारे ट्रॉफी 2017-18 में भी इनका प्रदर्शन शानदार रहा।मयंक ने विजय हज़ारे के 8 मैचों में 723 रन बनाए जो कि सर्वाधिक रन रहे। उन्होंने सभी प्रारूपों में 2,141 रन बनाए, जो भारतीय घरेलू सत्र में किसी भी बल्लेबाज द्वारा सबसे ज्यादा रन रहे।
वह 2018-19 विजय हजारे ट्रॉफी में सात मैचों में 251 रनों के साथ कर्नाटक के लिए सर्वाधिक रन बनाए । उन्हें 2018-19 देवधर ट्रॉफी के लिए भारत बी की टीम में नामित किया गया था। पिछले आईपीएल सत्र में मयंक किंग्स इलेवन पंजाब की तरफ से खेले।
पहले भी टेस्ट के लिए चुने जा चुके हैं मयंक ,मगर अभी तक पर्दापण नही किया
सितंबर 2018 में, उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ श्रृंखला के लिए भारत की टेस्ट टीम में नामित किया गया था, लेकिन उन्हें अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में पर्दापण करने का मौका नही मिला। युवा सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को उनके ऊपर तरजीह दी गयी जिन्होंने अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया और ऑस्ट्रेलिया सीरीज में अपना स्थान पक्का किया। गोरतलब है कि अभ्यास मैच में चोटिल पृथ्वी की जगह मयंक को चुना गया है।