ऑस्ट्रेलिया में खेली जा रही बॉर्डर गावस्कर सीरीज जीतने के बाद भारतीय कोच रवि शास्त्री ने टीम की खुले दिल से प्रशंसा की। उन्होंने सिडनी टेस्ट के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस सीरीज की जीत की तुलना वर्ष 1983 के वर्ल्ड कप से की। शास्त्री ने कहा " यह जीत मेरे लिए संतोषजनक है। यह जीत मेरे लिए विश्वकप 1983, या फिर विश्व चैंपियनशिप 1985 जैसी है या इससे भी बडी है। यह खेल का सर्वश्रेष्ठ प्रारूप टेस्ट क्रिकेट है, जिसका मतलब सबसे कठिन परीक्षा है।"
भारतीय टीम ने अब तक ऑस्ट्रेलिया में 11 टेस्ट सीरीज खेली है। भारत ने अपना पहला ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट दौरा 1947 में किया था। रवि शास्त्री ने वर्तमान कप्तान विराट कोहली की प्रशंसा की। शास्त्री ने कहा कि इस दौरे की तैयारी 12 महीने पहले दक्षिण अफ्रीका में शुरू हो गई थी ।हमने टीम में कई बदलाव किए और एक सही टीम सुनिश्चित की। हम ऑस्ट्रेलिया में अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम ले जाना चाहते थे । हमने दक्षिण अफ्रीका में अपनी गलतियों से सबक लिया और इसी कारण ऑस्ट्रेलिया में जीत दर्ज कर पाए। गौरतलब हो कि दक्षिण अफ्रीका में भारतीय टीम 2-1 से पराजित हुई थी।
भारतीय टीम ने एडिलेड में 31 रन की शानदार जीत के साथ अपने श्रृंखला की शुरूआत की, लेकिन भारत पर्थ में एक तेज पिच को पढ़ने में नाकाम रहा। तेज उछाल भरी पिच पर उन्होंने चार तेज गेंदबाज खिलाए जबकि ऑस्ट्रेलिया के लिए ऑफ स्पिनर नाथन लियोन ने शानदार गेंदबाजी की और जीत दिलाई। साथ ही टीम की खराब रणनीति के लिए सुनील गावस्कर जैसे पूर्व क्रिकेटर ने तीखी आलोचना की।
बॉक्सिंग डे टेस्ट में मेलबर्न के ऐतिहासिक मैदान में चेतेश्वर पुजारा ने शानदार 106 रनों की पारी खेली । पुजारा के शतक और भारतीय गेंदबाजों के दम पर भारत ने मेलबर्न का ऐतिहासिक टेस्ट अपने नाम किया। यह भारत ने पहला बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच अपने नाम किया। और सीरीज में 2-1 की बढ़त हासिल की। चेतेश्वर पुजारा ने चौथे और अंतिम सिडनी टेस्ट में 193 रनों की शानदार पारी खेली और वह अपने दोहरे शतक से चूक गए। बारिश के कारण यह टेस्ट ड्रॉ पर छूटा और भारत ने सीरीज 2-1 से अपने नाम की।
Get Cricket News In Hindi Here.