उन्होंने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में अपने ऊपर लगे गेंद से छेड़छाड़ करने के आरोप पर सफाई दी और खुद को बेकसूर बताया। गौरतलब है कि होबार्ट में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए दूसरे टेस्ट मैच के दौरान अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने प्लेसिस को गेंद के साथ छेड़छाड़ का दोषी पाया है। आईसीसी ने प्लेसिस को आचार संहिता के अनुच्छेद 2.2.9 के तहत उन्हें दोषी माना है और इसके लिए उन पर मैच फीस की पूरी रकम का जुमार्ना लगाया गया है। वेबसाइट 'ईएसपीएनक्रिकइंफो' ने प्लेसिस के हवाले से लिखा है, "कल इस मामले की सुनवाई थी और मुझे दोषी पाया गया। मैं इस फैसले से पूरी तरह से असहमत हूं। मेरा मानना है कि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है।" उन्होंने कहा, "इसको देखने को दो तरीके हैं। एक गेंद को चमकाने और एक गेंद से छेड़छाड़ करना। अगर आप गेंद से छेड़छाड़ की बात करते हैं तो यह गलत है। इसमें आप गेंद को नुकसान पहुंचाते हैं। जबकि गेंद को चमकाना अलग बात है। सभी क्रिकेट खिलाड़ी कहेंगे की यह दोनों अलग बातें हैं। यह ऐसा है जिसे सभी क्रिकेट खिलाड़ी करते हैं।" उन्होंने कहा, "लेकिन इस वाकये के बाद इस पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है। मैं नहीं जानता कि आईसीसी इस पर क्या करना चाहती है। मैं गेंद को चमकाने को गलत नहीं मानता हूं। मैं कुछ गलत करने की कोशिश नहीं कर रहा था।" --आईएएनएस