यह रिकी पॉन्टिंग के लिए हैट्रिक का समय था क्योंकि ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीता और विश्व इलेवन को लक्ष्य का पीछा करने के लिए चुना। मखाया एनटिनी ने माइकल क्लार्क को अपने जाल में फंसाते हुए LBW कर दिया और जल्द ही ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 15-1 हो गया। जिसके 7 ओवर के बाद 32 रन पर एडम गिलक्रिस्ट के रूप में ऑस्ट्रेलिया को दूसरा झटका लग गया। जिसके बाद रिकी पॉन्टिंग और डेमियन मार्टिन की जोड़ी ने अगले विकेट के लिए 85 रन जोड़ डाले। रिकी पॉन्टिंग को मुथैया मुरलीधरन की गेंद पर ब्रायन लारा के हाथों कैच आउट होना पड़ा। कप्तान पॉन्टिंग ने बहुमूल्य 68 रन की पारी खेली। निचले क्रम पर उतरे माइक हसी (75) और शेन वॉटसन (66) ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया के स्कोर को 50 ओवर में 293-5 तक पहुंचा दिया। 293 के लक्ष्य का पीछा करने उतरी विश्व एकादश की पूरी की पूरी 28 ओवर में 137 पर ऑलआउट हो गयी। केवल वीरेन्दर सहवाग ही वॉटसन के हाथों रन आउट होने के पहले कुछ रन बना सके। वॉटसन इस मैच के हीरो साबित हुए, 39 पर 4 विकेट लिए, रन आउट भी किए और बहुमूल्य रन भी जोड़े। जिसकी बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने तीसरा वनडे मैच भी 156 रन से जीत लिया।