भारतीय महिला टीम (Indian Womens Team) ने तीसरे वनडे मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया (Australia Womens Team) को दो विकेट से हरा दिया। पहले खेलते हुए ऑस्ट्रेलिया ने निर्धारित 50 ओवरो में 9 विकेट के नुकसान पर 264 रन बनाए। जवाब में भारतीय टीम ने इस लक्ष्य को 49.3 ओवर में आठ विकेट खोकर हासिल कर लिया। भारत की वनडे में ये सबसे बड़ी रन चेज है। इससे पहले उन्होंने कभी भी इतने बड़े लक्ष्य का पीछा नहीं किया था। वहीं इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के लगातार 26 वनडे जीत के रिकॉर्ड पर भी ब्रेक लगा दिया।
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की कप्तान मेग लैनिंग ने टॉस जीतकर बैटिंग करने का फैसला किया। हालांकि टॉप ऑर्डर की बल्लेबाज ज्यादा योगदान नहीं दे पाईं और सिर्फ 87 रन तक चार विकेट गिर गए। एलिसा हीली ने 35, एलिस पेरी ने 26 और कप्तान मेग लैनिंग अपना खाता भी नहीं खोल पाईं।
चार विकेट जल्दी - जल्दी गिरने के बाद एश्ले गार्डनर और बीथ मूनी ने पारी को संभाला। दोनों बल्लेबाजों ने पांचवें विकेट के लिए 98 रनों की साझेदारी की। इस दौरान बीथ मूनी ने 52 रनों की शानदार पारी खेली, वहीं एश्ले गार्डनर ने 62 गेंद पर 67 रन बनाए। निचले क्रम में ताहिला मैक्ग्रा ने 32 गेंद पर 47 रन बनाकर अपनी टीम को एक बड़े स्कोर तक पहुंचा दिया। भारत की तरफ से झूलन गोस्वामी और पूजा वास्त्रकर ने 3-3 विकेट चटकाए।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा की सलामी जोड़ी ने बेहतरीन शुरूआत दी। दोनों बल्लेबाजों ने पहले विकेट के लिए 59 रन जोड़े। मंधाना 25 गेंद पर 22 रन बनाकर आउट हुईं।
यास्तिका भाटिया और शेफाली वर्मा की जबरदस्त बल्लेबाजी
इसके बाद यास्तिका भाटिया और शेफाली वर्मा ने 101 रनों की साझेदारी कर भारत को मजबूत स्थिति में खड़ा कर दिया। यास्तिका ने 69 गेंद पर 64 और शेफाली ने 91 गेंद पर 56 रन बनाए। हालांकि इन दोनों बल्लेबाजों के आउट होने के बाद भारतीय पारी लड़खड़ा गई और स्कोर 208/6 हो गया।
यहां से निचले क्रम में दीप्ति शर्मा और स्नेह राणा ने बेहतरीन पारी खेली। दीप्ति ने 30 गेंद पर 31 और स्नेह राणा ने 27 गेंद पर 30 रन बनाए। हालांकि 49वें ओवर में स्नेह राणा आउट हो गईं और ऐसा लगा कि मैच हाथ से फिसल जाएगा लेकिन झूलन गोस्वामी ने आखिरी ओवर में चौका लगाकर भारतीय टीम को ऐतिहासिक जीत दिला दी।
इस तरह से ऑस्ट्रेलिया के लगातार 26 वनडे जीतने के रिकॉर्ड पर ब्रेक लग गया। कंगारू टीम ने 2018 में भारत को ही हराकर अपने इस विजय अभियान की शुरूआत की थी और अब भारतीय टीम ने ही उनके इस विजय रथ को रोका है।