अपने 34 साल पुराने अनचाहे इतिहास को न दोहरा दे आॅस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम

आईसीसी की ताजा जारी विश्व एकदिवसीय रैंकिंग में पांच बार विश्व विजेता रही आॅस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम पांचवें स्थान पर पहुंच गई है। दो दशकों में यह उसकी सबसे ख़राब वनडे रैंकिंग है। कंगारुओं पर अब इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टूर्नामेंट में 5-0 से हार के बाद तीन दशक के सबसे निचले पायदान पर पहुंचने का खतरा भी मंडरा रहा है। अगर अनुमान सही रहा और आॅस्ट्रेलिया की टीम का व्हाइटवॉश हुआ तो वह जनवरी 1984 के बाद पहली बार विश्व रैंकिंग में छठे स्थान पर पहुंच जाएगी। हालांकि एक संभावना और है कि वह रैंकिंग में पहले पायदान पर काबिज इंग्लैड को इस टूर्नामेंट में 5-0 से हरा दे। इस हालत में उसे दो स्थान का फायदा मिल जाएगा और वह तीसरे पायदान पर काबिज हो जाएगी।

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इन कयासों से इतर इंग्लैंड के खिलाफ ओवल मैदान पर 13 जून को होने वाले पहले एकदिवसीय में मेजबान का पलड़ा भारी होगा। साल के शुरुआत में पांच एक दिवसीय मैचों की सीरीज में इंग्लैंड ने मेजबान आॅस्ट्रेलिया को 4-1 से शिकस्त दी थी। इस लिहाज से अपने घरेलू मैदान पर इंग्लैंड 2019 विश्व कप से पहले मेहमान को पस्त करने की पूरी तैयारी में होगा।
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काफ़ी मुश्किल है हार से बचना

आॅस्ट्रेलिया के लिए मेजबान की घरती पर उसे हराना काफी मुश्किल होगा। उनके पास अब न तो स्टीवन स्मिथ जैसे बेहतरीन कप्तान हैं और न ही डेविड वॉर्नर जैसा उम्दा सलामी बल्लेबाज। दोनों गेंद से छेड़छाड़ के मामले में निलंबित चल रहे हैं। वहीं नए कोच जस्टिन लैंगर की अगुवाई में टीम के अनुभवहीन खिलाड़ी क्या करते हैं यह कहना आसान नहीं। आॅस्ट्रेलिया की कप्तानी संभाल रहे टिन पेन के लिए गेंदबाजी भी एक बड़ी चिंता होगी। उनके धारदार गेंदबाज मिचेल स्टार्क, जोश हेजलवुड, पैट कमिंस और मिचेल मार्श पहले ही चोट से जूझ रहे हैं। टीम के लिए उठा-पटक से उभरना भी एक समस्या है। गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण के बाद उनके कोच ने इस्तीफा दे दिया और अब मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेम्स सदरलैंड ने भी क्रिकेट आॅस्ट्रेलिया से अलग होने की घोषणा कर दी है।
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दो साल पहले भी आॅस्ट्रेलिया का हुआ था 5-0 से सफाया

दो साल पहले भी आॅस्ट्रेलिया को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक टूर्नामेंट में 5-0 से हार का सामना करना पड़ा था। वहीं 2010 में भी इंग्लैंड इन्हें 4-0 की शिकस्त दे चुका है, जिसमें एक मैच नहीं हो पाया था। 2016 में टीम के प्रदर्शन को देखें तो कुल 29 एकदिवसीय मैचों में से 17 मैच में उसने जीत दर्ज की। वहीं 11 में कंगारुओं को हार का मुंह देखना पड़ा। 2017 में टीम की स्थिति और बदतर हो गई। कुल 15 एकदिवसीय मैचों में 5 मे जीत आॅस्ट्रेलियाई टीम के नाम रही तो वहीं उन्हें 8 में हार का मुंह देखना पड़ा। ये आंकड़े क्रिकेट जगत के दिग्गज टीमों में शुमार आॅस्ट्रेलिया के बदतर हालात को बयां करने के लिए काफी हैं।
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इंग्लैंड मज़बूती से चढ़ रहा ऊपर

दूसरी तरफ विपक्षी टीम काफी मजबूती से रैंकिंग की सीढ़ियां चढ़ रहा है। उनके खिलाड़ी बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण तीनो विभाग में बेहतरीन कर रहे हैं। जो रूट, जेसन रॉय, जोस बटलर और ईयोन मोर्गन पहले से ही फ़ॉर्म में हैं और उनको रोक पाना आॅस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के लिए चुनौती है। साथ ही अनुभव के मामले में भी इंग्लैंड के सामने ऑस्ट्रेलिया की मौजूदा टीम बौना साबित होती दिख रही है। टीम पेन जो स्टीव स्मिथ की जगह टीम की कमान संभाल रहे हैं उनके लिए खिलाड़ियों से एकजुट प्रदर्शन कराना भी आसान नहीं।
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Edited by Staff Editor
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