क्रिकेट के मैदान में कई तरह के खिलाड़ी देखने को मिलते हैं, कुछ भद्र होते हैं तो कुछ गुस्सैल, तो कुछ आक्रामक भी होते हैं। महेंद्र सिंह धोनी, राहुल द्रविड़, सुनील गावस्कर और कोलिन क्रोडरी जैसे खिलाड़ी अपनी सही खेल भावना के लिए जाने जाते हैं। वहीं रिकी पोटिंग, विराट कोहली, हरभजन सिंह और माइकल स्लेटर जैसे खिलाड़ी अपने बुरे व्यवहार के लिए मशहूर हैं। कई खिलाड़ी ऐसे हैं जो अकसर अंपायर से झगड़ने लगते हैं। हम यहां उन 5 ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को लेकर चर्चा कर रहे हैं जो मैच के दौरान अंपायर से भिड़ गए थे। #1: माइकल स्लेटर साल 2001 में जब कंगारू टीम भारत के दौरे पर आई थी, मुंबई में मैच के दौरान राहुल द्रविड़ ने एक पुल शॉट खेला था जिसे माइकल स्लेटर ठीक से पकड़ नहीं पाए थे। स्लेटर ने आउट की अपील की लेकिन तीसरे अंपायर ने द्रविड़ को नॉट आउट घोषित कर लिया। इसके बाद गुस्से में आग बबूला होकर स्लेटर ने द्रविड़ और अंपायर एस वेंकटराघवन को अपशब्द कहे। स्लेटर को इस हरकत के लिए जुर्माना देना पड़ा था। हांलाकि स्लेटर ने बाद में कहा था कि, “राहुल द्रविड़ को गाली देना उनकी ज़िंदगी की एक भूल थी। अपशब्द सुनने के बावजूद राहुल ने अपना आपा नहीं खोया था। मैं ये बर्दाश्त नहीं कर पाया था कि राहुल ने अपने दम पर विश्व की टॉप टीम को धराशायी कर दिया था। बाद में मुझे ये अहसास हुए कि मैने जानवरों जैसा बर्ताव कियास लेकिन द्रविड़ ने एक अच्छे इंसान होने का परिचय दिया।“#2: माइकल क्लार्क साल 2013 के एशेज़ मुक़ाबले में माइकल क्लार्क को ये लगा की मैदान में रोशनी कम है और खेल को रोका जाना चाहिए। लेकिन अंपायर ने मैच जारी रखने का फ़ैसला किया। इस फ़ैसले के बाद क्लार्क ने अंपयार अलीम दार पर नाराज़गी ज़ाहिर की। अलीम दार ने क्लार्क को छूते हुए उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन क्लार्क ने अंपयार से ऐसा न करने को कहा। बाद में क्लार्क को इस व्यवहार के लिए फटकार लगाई गई।#3: जोश हेज़लवुड साल 2016 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड के बीच क्राइस्टचर्च में मैच जारी थी। गेंदबाज़ जोश हैज़लवुड ने केन विलियमसन के ख़िलाफ़ एलबीडब्ल्यू आउट की अपील की। अंपायर रानमोरे मार्टिनेज़ ने विलियमसन को नॉट आउट करार दिया। इसके बाद हैज़लवुड गुस्से में आ गए और तीसरे अंपायर को अपशब्द कह डाले। इसकी वजह से हैज़लवुड को 15 फ़ीसदी मैच फ़ीस का जुर्माना लगाया गया। हैज़वुड ने अपनी ग़लती मान ली थी।#4: रिकी पोंटिंग मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एशेज़ टेस्ट सीरीज़ का चौथा मुक़ाबला जारी था। कंगारू टीम ने इंग्लैंड के केविन पीटरसन के ख़िलाफ़ आउट की अपील की जिसे अंपायर ने मानने से इंकार कर दिया। इसके बाद अंपायर अलीम दार और रिकी पोंटिंग के बीच बहसबाज़ी शुरू हो गई। पोटिंग ने तीसरे अंपयार की मदद ली, लेकिन फ़ैसला नहीं बदला, इस वजह से पोटिंग और भी ज़्यादा आग बबूला हो गए थे। उनकी इस हरक़त की वजह से उन पर 10 फ़ीसदी मैच फ़ीस का जुर्माना लगाया गया था।#5: ग्लेन मैक्ग्रा ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड के बीच हुए एक टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में अंपायर बिली बाउडेन ने ग्लेन मैक्ग्रा को रेड कार्ड दिखाया था। इसकी वजह ये थी कि मैक्ग्रा ने अंडर आर्म बॉलिंग करने की धमकी दी थी। मैच में विपक्षी बल्लेबाज़ों ने मैक्ग्रा की गेंद की काफ़ी धुनाई की थी, जिसकी वजह से वो गुस्से में आ गए थे। लेखक- प्रवीर राय अनुवादक- शारिक़ुल होदा