ऑस्ट्रेलिया ऐसी टीम है, जो अपने घर में कभी-कभार ही सीरीज हारती है। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया विदेशी धरती पर भी कभी-कभार ही सीरीज हारती है। ग्रीन बैगी टीम का जीतने का प्रतिशत सभी टेस्ट खेलने वाले देशों के मुकाबले सबसे ज्यादा है। यहां तक कि ऑस्ट्रेलिया को इंग्लैंड के खिलाफ 140 मैच में जीत और 108 में हार हासिल हुई है। हालांकि बीते कुछ दिनों से ऑस्ट्रेलियाई टीम लगातार 5 टेस्ट मैच हार चुकी है। जहां पहले उन्हें श्रीलंका से हार का सामना करना पड़ा और बाद में अभी हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से जारी टेस्ट सीरीज में पहले 2 टेस्ट में टीम हार चुकी है। ये हार इसलिए और ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि कंगारू अपने घर में टेस्ट सीरीज भी हार गये हैं। दक्षिण अफ़्रीकी टीम ने बीते दो दशक से लगातार बेहतरीन क्रिकेट खेला है। आइये आज हम आपको ऐसे मौके पर ऑस्ट्रेलियाई टीम के घर में हारने वाली पिछले 5 टेस्ट सीरीज पर एक नजर डालते हैं:
1-3 बनाम वेस्टइंडीज, 1988/89
ये वेस्टइंडीज की महान एकादश से सजी टीम थी। जिसमें गार्डन ग्रीनिज, डेस्मंड हेंस, विवियन रिचर्ड्स, मैल्कम मार्शल और तेज गेंदबाज़ जोड़ी एम्ब्रोस और वाल्श जैसे धुरंधर थे। वेस्टइंडीज ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फ्रैंक वॉरेल ट्रॉफी में पहले तीन टेस्ट जीतकर अपने कदम वाइटवॉश की तरफ बढ़ा दिया था। ब्रिस्बेन में विंडीज ने बड़ी जीत हासिल की थी, जिसमें ऑस्ट्रेलिया को 9 विकेट से हराया था। उसके बाद पर्थ में 169 रन से और मेलबर्न में 285 रन से हराया था। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने आखिरी मैच जीता था। एम्ब्रोस ने इस सीरिज में 26 विकेट लिए थे। तो वहीं मार्शल और वाल्श ने 17-17 विकेट लिए थे। रनों के मामले में विवियन, हेंस और रिचर्डसन ने शानदार बल्लेबाज़ी की थी। 1-2 बनाम वेस्टइंडीज, 1992/93 ये टेस्ट सीरिज काफी रोमांचक थी। ऑस्ट्रेलिया ने दूसरा टेस्ट 139 रन से जीतकर 1-0 की बढ़त हासिल कर ली थी। मगर विंडीज ने बाज़ी पलटते हुए चौथा और पांचवा मैच जीतकर 1988 की तरह एक बार फिर फ्रैंक वॉरेल ट्रॉफी अपने नाम कर ली। एडिलेड ओवल में चौथा टेस्ट काफी रोमांचक साबित हुआ था, जिसमें रिची रिचर्डसन की टीम ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के सामने जीत के लिए 186 रन का लक्ष्य रखा था। लेकिन कंगारू ये मैच 2 रन से हार गये। एम्ब्रोस ने इस मैच में 6 विकेट लिए थे। लेकिन आखिरी विकेट के लिए 40 रन की साझेदारी निभाकर कंगारुओं ने इस मैच को काफी नजदीकी कर दिया था। उसके बाद पर्थ टेस्ट में एम्ब्रोस ने 25 रन देकर 7 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलियाई टीम की कमर तोड़ दी। जिसमें ऑस्ट्रेलिया 119 रन पर आलआउट हो गयी। ऑस्ट्रेलियाई टीम ये मैच में 25 रन और एक पारी से हार गयी थी। एम्ब्रोस ने इस सीरिज में 33 विकेट लिए थे। जबकि इयान बिशप ने 23 विकेट लिए थे। 1-2 बनाम दक्षिण अफ्रीका, 2008/09 16 बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम घर में सीरीज हारी थी। दक्षिण अफ़्रीकी टीम ने पहले दोनों टेस्ट जीतकर इस सीरीज पर कब्जा किया और आखिरी टेस्ट में कंगारूओं ने अपनी लाज बचाते हुए सिडनी में जीत हासिल की। ये सीरीज एक यादगार टेस्ट सीरिज साबित हुई थी। जिसमें एबी डीविलियर्स और कप्तान स्मिथ से इंस्पायर होकर प्रोटीज टीम ने 119.2 ओवर में 414 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया था। पर्थ टेस्ट जीतने के बाद प्रोटीज ने दूसरा टेस्ट भी जीत लिया था। इस मैच में जेपी डुमनी ने शानदार 166 रन की पारी खेली थी। इस मैच को प्रोटीज ने ऑस्ट्रेलिया के 183 रन कर लक्ष्य को हासिल करके 9 विकेट से जीत लिया था। इस मैच में डेल स्टेन ने दोनों पारियों में 5-5 विकेट लिए थे। 1-3 बनाम इंग्लैंड, 2010/11 साल 2010-11 में इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को एशेज में बड़े शानदार तरीके से हराया था। इंग्लैंड ने इससे पहले ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में 1986/87 में हराया था। ब्रिस्बेन में पहला टेस्ट ड्रॉ होने के बाद इंग्लैंड ने एडिलेड टेस्ट में 71 रन की जीत हासिल की। उसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड को 267 रन कर बड़े अंतर से हराया। उसके बाद इंग्लैंड ने चौथा और पांचवा टेस्ट मैच आराम से जीत लिया। चौथे टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई टीम 98 रन पर आलआउट हो गयी। जिसके बाद ट्रॉट ने 168 रन की पारी खेलकर इंग्लैंड को 1 पारी और 157 रन की जीत दिलाने में अहम योगदान दिया। पांचवे टेस्ट में इंग्लिश टीम ने एक पारी 83 रन से जीत हासिल की। इस मैच में कुक, बेल और मैट प्रायर ने शतक बनाया था। 0-1 बनाम दक्षिण अफ्रीका, 2012 4 साल पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम को उसी के घर में दक्षिण अफ़्रीकी टीम ने मात दिया था। उस समय ग्रीम स्मिथ प्रोटीज टीम की अगुवाई कर रहे थे। पहले दो टेस्ट ब्रिसबेन और एडिलेड में काफी रोमांचक होने के बावजूद ड्रॉ हो गये थे। जिसमें दूसरे टेस्ट में फाफ डु प्लेसी ने 376 गेंदों में 110 रन की मैराथन पारी खेली थी। साथ ही डीविलियर्स ने 220 गेंदों में मात्र 33 रन बनाये थे। दक्षिण अफ़्रीकी टीम ने 148 ओवर में 8 विकेट पर 248 रन बनाये थे। इस टेस्ट को बचाने के बाद अफ़्रीकी टीम ने तीसरा टेस्ट जीतकर सीरीज अपने नाम कर ली। पर्थ में हुए इस मैच में पहली पारी में प्रोटीज ने 225 और ऑस्ट्रेलिया ने 163 रन बनाये थे। उसके बाद हाशिम अमला और डीविलियर्स के क्रमश: 196 और 169 रन की पारी से प्रोटीज ने 569 रन बनाये। 632 रन के लक्ष्य के जवाब में ऑस्ट्रेलिया 322 रन पर आलआउट हो गयी। इस तरह दक्षिण अफ्रीका ने एक यादगार सीरीज अपने नाम की।