ये टेस्ट सीरिज काफी रोमांचक थी। ऑस्ट्रेलिया ने दूसरा टेस्ट 139 रन से जीतकर 1-0 की बढ़त हासिल कर ली थी। मगर विंडीज ने बाज़ी पलटते हुए चौथा और पांचवा मैच जीतकर 1988 की तरह एक बार फिर फ्रैंक वॉरेल ट्रॉफी अपने नाम कर ली। एडिलेड ओवल में चौथा टेस्ट काफी रोमांचक साबित हुआ था, जिसमें रिची रिचर्डसन की टीम ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के सामने जीत के लिए 186 रन का लक्ष्य रखा था। लेकिन कंगारू ये मैच 2 रन से हार गये। एम्ब्रोस ने इस मैच में 6 विकेट लिए थे। लेकिन आखिरी विकेट के लिए 40 रन की साझेदारी निभाकर कंगारुओं ने इस मैच को काफी नजदीकी कर दिया था। उसके बाद पर्थ टेस्ट में एम्ब्रोस ने 25 रन देकर 7 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलियाई टीम की कमर तोड़ दी। जिसमें ऑस्ट्रेलिया 119 रन पर आलआउट हो गयी। ऑस्ट्रेलियाई टीम ये मैच में 25 रन और एक पारी से हार गयी थी। एम्ब्रोस ने इस सीरिज में 33 विकेट लिए थे। जबकि इयान बिशप ने 23 विकेट लिए थे।