ऑस्ट्रेलिया और भारत की महिला टीमों के बीच पिंक बॉल टेस्ट मैच ड्रॉ के रूप में समाप्त हो गया। चौथे और अंतिम दिन भारतीय टीम ने मेजबानों को 172 रनों का लक्ष्य दिया था लेकिन 2 विकेट पर 36 रन के स्कोर पर मैच ड्रॉ हो गया। भारत के लिए पहली पारी में शतकीय पारी खेलने वाली स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) को प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया। मंधाना ने इस मैच को लेकर कुछ बातों का जिक्र किया।
अपने शतकों को रेट करने के बारे में स्मृति मंधाना ने कहा कि निश्चित रूप से यह टॉप तीन में है। पहली बार डे-नाईट टेस्ट खेलते हुए टीम को अच्छी शुरुआत देकर मैं खुश हूँ। पहले दिन के बाद मैंने सबसे ज्यादा नर्वस रात का सामना किया। 80 पर नो बॉल के बाद मेरे दिमाग में चीजें साफ़ हो गई थी। सफेद ड्रेस पहनकर मैदान पर जाना सबसे बड़ी बात होती है।
मंधाना ने यह भी कहा कि पहले दिन से बल्लेबाजी करने की तुलना में आज अलग स्थिति है और ऐसा सिर्फ टेस्ट में होता है। स्लिप और गली के साथ बल्लेबाजी करने का अलग ही अहसास है। हमारे पास टी20 से पहले सिर्फ तीन दिन हैं हैं। एक दिन के लिए आराम करेंगे और फिर टी20 मैचों के लिए वापस मैदान पर होंगे।
उल्लेखनीय है कि भारतीय टीम की पहली पारी के दौरान स्मृति मंधाना ने 127 रन की पारी खेली। वह डे-नाईट टेस्ट मैच में शतक जड़ने वाली पहली भारतीय महिला बल्लेबाज बन गईं। इसके अलावा दूसरी पारी में भी उनके बल्ले से 31 रन आए। दोनों पारियों में शेफाली वर्मा के साथ मिलकर उन्होंने टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई। भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया की टीम से बेहतर खेल दिखाया। दो दिनों में खेल बारिश से प्रभावित नहीं होता तो भारत की टीम को मैच में जीत मिल सकती थी। टीम इंडिया ने बैटिंग और गेंदबाजी दोनों में बेहतर किया।