इंज़माम को देखकर ही तिहरा शतक बनाने की कल्पना की थी : अजहर अली

14 साल पहले जब इंज़माम उल हक ने लाहौर में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में तिहरा शतक ठोका था। उस टेस्ट मैच के दौरान अजहर अली भी एक स्थानापन्न क्षेत्ररक्षक के रूप में वहां मौजूद थे। जब इंज़माम उल हक शतक बनाकर बल्लेबाज़ी कर रहे थे तब अजहर अली ने भी ठान लिया था कि भविष्य में मुझे भी पाकिस्तान की तरफ से तिहरे शतक ज़रूर बनाना है। वैसे तो पाकिस्तान की तरफ से और भी कई सारे तिहरे शतक लगे हैं लेकिन दुबई में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में अजहर अली के बल्ले से निकला तिहरा शतक कुछ ख़ास नज़र आता है। इस शतक की ख़ास बात ये है कि ये दिन-रात्रि टेस्ट मैच में बना पहला शतक है। इससे पहले एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच हुए दुनिया के सबसे पहले दिन-रात्रि टेस्ट मैच में कोई भी बल्लेबाज़ शतक नहीं बना पाया था। इस टेस्ट मैच को ऑस्ट्रेलिया ने 3 विकेटों से जीता था। 31 वर्षीय बल्लेबाज़ ने तिहरा शतक ठोकने के बाद कहा कि मुझे आज भी वो दिन याद है जब मुझे स्थानापन्न क्षेत्ररक्षक के रूप में मैदान में भेजा गया था। उस दिन इंज़माम उल हक ने लाहौर में न्यूजीलैंड के खिलाफ तिहरा शतक बनाया था और मैंने भी भविष्य में पाकिस्तान की तरफ से तिहरा शतक बनाने की कल्पना की थी जो आज सच हो गयी है। सलामी बल्लेबाज़ ने कहा कि तिहरा शतक बनाने के बाद मैं बहुत गर्व महसूस कर रहा हूँ। ये मेरे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है और मैं अपनी भावनाओं को लफ़्ज़ों में बयां नहीं कर सकता हूँ। उन्होंने कहा कि मैं इन लम्हों को कभी भुला नहीं पाऊंगा। आपको बता दें कि अजहर अली के बल्ले से निकला यह तिहरा शतक (302*) पाकिस्तान की तरफ से लगा चौथा तिहरा शतक है। इससे पहले पाकिस्तान की तरफ से ये कारनामा मोहम्मद हनीफ खान (337), इंज़माम उल हक (329) और यूनुस खान (313) के नाम है।