ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज पीटर हैंड्सकोंब ने दावा किया है कि बॉल टेंपरिंग मामले में उनका कोई हाथ नहीं था। हैंड्सकोंब ने साफ किया कि उन्हें गलत तरीके से इस मामले में लाया गया और जो वीडियो दिखाई गई वो एडिट की गई थी। इस साल केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए तीसरे टेस्ट मैच के दौरान बॉल टेंपरिंग के कारण स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर पर एक साल का और कैमरन बैनक्राफ्ट पर 9 महीने का प्रतिबंध लगा था। foxsports.com.au की रिपोर्ट के अनुसार इस मामले पर पहली बार बात करते हुए हैंड्सकोंब ने कहा, "मुझे वो फुटेज काफी पसंद आई, क्योंकि मीडिया ने इसे शानदार तरीके से एडिट किया। इसमें दिखाया गया कि मुझे वॉकी टॉकी पर मैसेज मिला और मैंने बैनक्राफ्ट को कुछ बताया। मैं उस घटना के 25 से 30 मिनट बाद वॉकी टॉकी पर था, क्योंकि खिलाड़ी को वॉशरूम जाना था और मुझे फील्डिंग करने आना था। मैं कैमरन बैनक्राफ्ट के पास कैचिंग पॉजिशन में फील्डिंग कर रहा था। मैं बस उनके साथ मजाक करने की कोशिश कर रहा था। हम किसी और बारे में बात कर रहे थे।" इस पूरे मामले में डैरेन लेहमन की भूमिका को लेकर भी सवाल उठ रहे थे, लेकिन उनको क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया द्वारा क्लीन चिट दे दी गई थी। हालांकि उस सीरीज के बाद लेहमन ने कोच के पद से इस्तीफा दे दिया था। बैनक्राफ्ट, स्मिथ और वॉर्नर को चौथे टेस्ट मैच से बाहर किए जाने के बाद हैंड्सकोंब की टेस्ट टीम में वापसी हुई थी। उनका कहना है कि अब वो आगे बढ़ने के लिए तैयार है और उनका ध्यान टीम में जगह बनाने पर है। हैंड्सकोंब अगले महीने भारत दौरे पर ऑस्ट्रेलिया ए टीम के साथ आने वाले हैं और अगर उनका प्रदर्शन अच्छा रहता है तो उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ होने वाली सीरीज में भी मौका दिया जा सकता है। बॉल टेंपरिंग के बाद यह ऑस्ट्रेलिया के लिए पहली टेस्ट सीरीज भी होने वाली है।