मीरपुर में खेले गए दूसरे एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय में बांग्लादेश ने मेहमान इंग्लैंड को 34 रनों से हराकर तीन मैचों की सीरीज को 1-1 की बराबरी पर ला दिया है। सीरीज का आखिरी और निर्णायक मुकाबला 12 अक्टूबर को चटगाँव में खेला जाएगा। आज के मैच में बांग्लादेश के कप्तान मशरफे मोर्तज़ा ने बेहतरीन ऑलराउंड प्रदर्शन किया और उन्हें उनके शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ़ द मैच चुना गया। इसके अलावा बांग्लादेश की तरफ से महमुदुल्लाह ने 75 रनों की उपयोगी पारी खेली थी। इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का निर्णय लिया। 39 रनों तक बांग्लादेश के तीन बल्लेबाज आउट होकर लौट चुके थे और इंग्लैंड का फैसला सही दिख रहा था। यहाँ से मुशफिकुर रहीम ने महमुदुल्लाह के साथ 50 रन जोड़े। लेकिन फिर रहीम 21 और शकीब 3 रन बनाकर आउट हो गए और बांग्लादेश का स्कोर 113/5 हो गया। महमुदुल्लाह ने अपना अर्धशतक पूरा किया और 161 के स्कोर पर वो 75 रन बनाकर आउट हुए। 169 के स्कोर पर मोसद्देक होसैन भी 29 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद कप्तान मशरफे मोर्तज़ा ने 29 गेंदों में 44 रनों की तेज़ पारी खेलकर टीम को 200 के पार पहुँचाया। नासिर होसैन ने भी 27 रन बनाये और बांग्लादेश ने निर्धारित 50 ओवरों में 238/8 का स्कोर बनाया। इंग्लैंड की तरफ से क्रिस वोक्स, आदिल रशीद और जेक बॉल ने दो-दो विकेट लिए। बेन स्टोक्स ने भी एक विकेट लिया। लक्ष्य के जवाब में इंग्लैंड की शुरुआत बेहद खराब रही। मशरफे मोर्तज़ा ने शुरूआती तीन विकेट लेकर इंग्लैंड का स्कोर 26/4 कर दिया। हालांकि यहाँ से कप्तान जोस बटलर ने जॉनी बैर्स्टो के साथ टीम को संभाला। बैर्स्टो ने 35 रन बनाये और बटलर ने 57 रनों की पारी खेली। लेकिन यहाँ से तस्कीन अहमद ने तीन विकेट लेकर मैच को बांग्लादेश के पक्ष में मोड़ दिया। बटलर के आउट होने पर बंगलादेशी खिलाड़ियों से उनकी झड़प भी हो गई। 39वें ओवर में इंग्लैंड का स्कोर 159/9 हो गया लेकिन यहाँ से आदिल रशीद ने जेक बॉल के साथ 10वें विकेट के लिए 45 रन जोड़कर बांग्लादेश को झटका देने का कार्यक्रम बना लिया था लेकिन आज कप्तान मोर्तज़ा का दिन था और उन्होंने अपना चौथा विकेट लेकर टीम को 34 रनों से जीत दिला दी। मोर्तज़ा के 4 और तस्कीन के 3 विकेटों के अलावा शकीब, नासिर और मोसद्देक होसैन ने एक-एक विकेट लिया। स्कोरकार्ड: बांग्लादेश: 238/8 (महमुदुल्लाह 75, मोर्तज़ा 44, वोक्स 2/40) इंग्लैंड: 204 (बटलर 57, मोर्तज़ा 4/29, तस्कीन 3/47)