क्रिकेट को अनिश्चित्ताओं का खेल माना जाता है। इसमें कोई शक नहीं कि ये दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेल है, और क्यों ना हो ये खेल ही कुछ ऐसा है। ज़रूरी बात यह है कि इस खेल को लोकप्रिय बनाने के पीछे कई कारण हैं। क्रिकेटर्स का धमाकेदार प्रदर्शन और चौकों-छक्कों की बारिश के अलावा एक और महत्वपूर्ण चीज़ है जो इस खेल को इतना मज़ेदार बनाती है जिसे हम क्रिकेट के नियम और कानून के नाम से जानते हैं। माना जाता है कि क्रिकेट जगत में नियम और कानून बहुत मायने रखते हैं। अगर ये नहीं हो तो क्रिकेट का कोई महत्व नहीं रह जाता। हालांकि यह सब चीज़ें क्रिकेट को और भी मज़ेदार बनाती हैं, लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि इनकी वजह से कई खिलाड़ियों को अपना करियर डूबता भी नज़र आता है। आप इन बातों से थोड़ा चौंक ज़रूर रहे होंगे, तो चलिए आपको विस्तार से समझाते हैं। क्रिकेट में नियम-कानून का उल्लंघन कोई चाह कर भी नहीं कर सकता है। अगर कोई इसका उल्लंघन करते हुए पाया जाता है तो उसे उसका दंड भी मिलता है या फिर उसे सुधरने का मौका मिलता है। यहां बात हो रही है क्रिकेट के उस नियम की, जो मूल रूप से गेंदबाजों के लिए उनके गेंदबाज़ी एक्शन को लेकर बना है। नियम के अनुसार किसी भी गेंदबाज को गेंदबाज़ी करने के लिए अपने हाथों को 15 डिग्री तक घुमाना ज़रूरी है। हाल ही में बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) ने ढाका प्रीमियर लीग (डीपीएल) के दौरान दर्जनों से ज़्यादा बांग्लादेशी गेंदबाजों के एक्शन को संदिग्ध पाया गया। बीसीबी अध्यक्ष नज़मुल हसन ने रविवार को एक समिति का गठन किया, जिसका प्रमुख जलाल यूनुस को बनाया गया है। इस पर चर्चा करते हुए हसन ने बताया कि 13 से 14 गेंदबाज हैं, जिन्हें ईद के बाद बुलाया जाएगा और नेट्स में उन्हें गेंदबाजी करा कर जांच की जाएगी। इन संदिग्ध गेंदबाजों में ओमर खालिद और दीपू राय चौधरी के साथ साथ तेज़ गेंदबाज गोलाम फारुक शामिल हैं। समिति इनकी जांच करेगी और दोषी पाए जाने पर एक साल का प्रतिबंध भी लगा सकती है। इन गेंदबाजों के साथ-साथ तस्कीन अहमद, अराफ़ात सन्नी, स्पिनर मोइनुल इस्लाम, ऑफ स्पिनर अमित कुमार, रेजौल करीम, मोहम्मद सैफुद्दीन, ऑफ स्पीनर आसिफ अहमद, दाएं हाथ के स्पिनर नईम इस्लाम जूनियर, फैसल होसैन, और ऑफ स्पिनर मुस्ताफ़िजुर रहमान शामिल हैं। समिति इन सभी गेंदबाजों की जांच कर ईद के बाद अपना फैसला सुनाएगी।