फिक्सिंग में खिलाड़ियों का निलंबन झेल रहे पाकिस्तान के लिए क्रिकेट में अच्छे दिन नहीं चल रहे हैं। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने पाक बोर्ड द्वारा इस वर्ष जुलाई में उन्हें वहां 2 टी20 मैचों की सीरीज खेलने का प्रस्ताव ठुकरा दिया है। ज्ञात हो कि बांग्लादेश को अपने कार्यक्रम के हिसाब से जुलाई में पाक दौरा करना है लेकिन उनके मना करने पर पाकिस्तान को एक और झटका लगा है। इसके बाद पाकिस्तान ने नुकसान की बात करते हुए बांग्लादेश से इसकी भरपाई करने को भी कहा है। पाकिस्तान ने इस वर्ष घर में वापस अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट शुरू करने के उद्देश्य से 5 मार्च को अपने टी20 टूर्नामेंट पाकिस्तान सुपर लीग के फाइनल का आयोजन कराया था, इसके बाद उन्होंने वेस्टइंडीज को भी वहां खेलने के लिए आमंत्रित किया था मगर इस टीम ने भी इसमें असहमति जताई थी। हालांकि सुरक्षा मामलों का जायजा लेने बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के प्रतिनिधियों की एक छोटी टीम वहां जरुर गई लेकिन उन्होंने वहां के हालातों को मध्येनजर रखते हुए बोर्ड को टीम नहीं भेजने की सलाह दी, इसके बाद वे इस नतीजे पर पहुंचे हैं। बांग्लादेश के एक अख़बार के मुताबिक "हमने अपनी सुरक्षा टीम वहां भेजी थी लेकिन उनकी रिपोर्ट संतोषजनक नहीं होने की वजह से हम यह दौरा नहीं कर सकते। आईसीसी की टीम भी इस मामले में अधिक संतुष्ट नहीं दिखी है।" गौरतलब है कि आईसीसी की टीम से पाकिस्तान सुपर लीग के फाइनल में शॉन नॉरिस मौजूद थे, जो इस माह अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। बांग्लादेश के अनुसार वे युएई में खेल सकते हैं लेकिन इसके लिए पाक बोर्ड तैयार नहीं है। वे वहां बांग्लादेश और जिम्बाब्वे की मेजबानी नहीं करना चाहते क्योंकि कमाई पर असर पड़ता है। 2009 में श्रीलंकाई टीम पर हुए लाहौर हमले के बाद से पाकिस्तान अपनी सभी घरेलू मैच युएई में ही खेल रहा है। इससे पहले वेस्टइंडीज, आयरलैंड और श्रीलंका भी वहां खेलने से मना कर चुके हैं।