बांग्लादेश की टीम को भारतीय जमीन पर पहला टेस्ट खेलना महंगा पड़ गया क्योंकि मेजबान टीम ने राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में पहले दिन की समाप्ति पर तीन विकेट के नुकसान पर 356 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। बांग्लादेश को अपने आप को दोषी कहना होगा क्योंकि टीम ने अनिरंतर गेंदबाजी के अलावा ख़राब फील्डिंग की। बांग्लादेश को एक ख़राब फील्डिंग का नतीजा भुगतना पड़ा क्योंकि भारतीय बल्लेबाजों ने इस मौके का फायदा उठाकर 178 रन की साझेदारी कर डाली। ओपनर मुरली विजय को जीवनदान मिला था। वह जब 35 रन के व्यक्तिगत स्कोर पर बल्लेबाजी कर रहे थे तब भारतीय टीम लोकेश राहुल के जल्दी आउट होने की भरपाई में जुटी हुई थी। विजय को रनआउट करने का आसान मौका गंवाने वाला वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक करें बता दें कि टॉस जीतने के बाद भारत की शुरुआत बहुत ही निराशाजनक रही थी और राहुल पहले ही ओवर में आउट होकर पवेलियन लौट गए थे। चेतेश्वर पुजारा ने फिर मुरली विजय का साथ निभाया और दोनों बल्लेबाजों ने भारतीय टीम की वापसी कराई। 19वें ओवर में भारत का स्कोर 67/1 था और दोनों बल्लेबाज क्रीज पर जम चुके थे। मगर दोनों के बीच तालमेल की गड़बड़ी हुई और बांग्लादेश के हाथ विकेट लेने का सुनहरा मौका लगा। विजय ने मेहदी हसन द्वारा गुड लेंथ लाइन की गेंद पर स्क्वायर लेग की दिशा में शॉट खेला। पुजारा इस गेंद पर सिंगल लेने के लिए उत्सुक दिखे। अपने जोड़ीदार को मना करने में रूचि रखने वाले तमिलनाडु के बल्लेबाज को जानबूझकर रन लेने के लिए दौड़ना पड़ा। वहां मौजूद फील्डर कमरुल इस्लाम रबी ने अच्छा थ्रो किया और विजय के आउट होने का पूरा मौका बन गया। मगर बांग्लादेश ने विकेट लेने का आसान मौका गंवा दिया क्योंकि हसन गेंद को पकड़ने में नाकाम रहे और विजय तेजी से क्रीज के अंदर पहुंच गए। बांग्लादेशी कप्तान मुश्फिकुर रहीम ने ख़राब फील्डिंग पर अपना गुस्सा तुरंत फोड़ा। विजय ने इस जीवनदान का भरपूर फायदा उठाया और अपने टेस्ट करियर का 9वां शतक जड़ा। अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्होंने पुजारा के साथ 178 रन की साझेदारी करके भारत को ख़राब शुरुआत से उबारकर मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। मेहदी ने हालांकि, सौराष्ट्र के पुजारा को आउट करके अपने दुःख को कम करने की कोशिश की। फिर विराट कोहली ने बांग्लादेशी गेंदबाजों की जमकर खबर लेते हुए अपने टेस्ट करियर का 16वां शतक जमाया। विजय ने 160 गेंदों में 12 चौको और 1 छक्के की मदद से 108 रन की पारी खेली।