बांग्लादेश की टीम ने ICC टूर्नामेंटों में कई बार उलटफेर किया है। आईसीसी टूर्नामेंट में कई बार बांग्लादेश की टीम अंडर डॉग की तरह निकलकर सामने आई और कई बड़ी टीमों को हराकर उनका खेल बिगाड़ दिया। 2005 में कार्डिफ में ऑस्ट्रेलिया को हराकर उन्होंने खलबली मचा दी थी। बांग्लादेश की टीम ने कई मौकों पर दिखाया कि उनकी टीम किसी भी टीम को हराने में सक्षम है। आईसीसी टूर्नामेंट में अब तक 7 दफा बांग्लादेश की टीम टेस्ट खेलने वाले देशों को हरा चुकी है। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ मैचों के बारे में। 1. 1999 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ जीत (नॉर्थेंपटन) पाकिस्तान की टीम 1999 के वर्ल्ड कप में फाइनल तक पहुंची थी लेकिन बांग्लादेश की टीम ने उसे टूर्नामेंट में हराकर चौंका भी दिया था। पहले गेंदबाजी करते हुए पाकिस्तान के कप्तान वसीम अकरम ने खुद गेंदबाजी की कमान संभाली और दूसरे छोर से स्पीड के बादशाह शोएब अख्तर को गेंद सौंपी लेकिन बांग्लादेश की तरफ से सलामी बल्लेबाज शहरयार हुसैन ने शानदार बल्लेबाजी की और पहले विकेट के लिए बांग्लादेश ने 69 रन जोड़े। हालांकि मिडिल ओवरो में दिग्गज स्पिनर सकैलन मुश्ताक ने 5 विकेट चटकाकर बांग्लादेश की रन गति पर लगाम लगाई। बांग्लादेश की तरफ से अकरम खान सर्वोच्च स्कोरर रहे और उन्होंने 42 रन बनाए। अच्छी शुरुआत के बावजूद बांग्लादेश की टीम निर्धारित 50 ओवरो में 9 विकेट खोकर 223 रन ही बना सके। पाकिस्तानी टीम के लिए ये स्कोर आसान लग रहा था लेकिन बांग्लादेश के मीडियम पेसर गेंदबाज खालिद महमूद ने कातिलाना गेंदबाजी करते हुए 3 विकेट निकालकर पाकिस्तान के टॉप ऑर्डर को ध्वस्त कर दिया। पाकिस्तान की टीम महज 42 रनों पर 5 विकेट गंवाकर संकट में आ गई। ऑलराउंडर अजहर महमूद और वसीम अकरम ने 55 रनों की साझेदारी कर टीम को संभालने की कोशिश की लेकिन उनकी ये कोशिश पाकिस्तान को जीत नहीं दिला सकी और पूरी टीम 161 रनों पर ऑलआउट हो गई। महमूद को उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए मैन ऑफ द् मैच चुना गया। 2. 2007 वर्ल्ड कप में भारत के खिलाफ जीत (पोर्ट ऑफ स्पेन) 2007 के वर्ल्ड कप में बांग्लादेश के खिलाफ ग्रुप स्टेज के मुकाबले में बांग्लादेश के खिलाफ मुकाबले में भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन भारतीय टीम का ये फैसला जल्द ही बांग्लादेश के गेंदबाजों ने गलत साबित कर दिया। भारतीय टीम को बांग्लादेश के तेज गेंदबाजों और स्पिनरों दोनों को खेलने में काफी दिक्कत हुई। भारतीय टीम का ऊपरी क्रम फ्लॉप हो गया और 72 रनों तक 4 विकेट गिर गए। मशरफे मुर्तजा ने अच्छी गति के साथ गेंद को स्विंग कराया, इसके बाद मोहम्मद रफीक की शानदार स्पिन ने भारतीय टीम को बड़ा स्कोर नहीं बनाने दिया। भारतीय टीम की तरफ से सौरव गांगुली ने 129 गेंदों पर 66 रनों की संघर्षपूर्ण पारी खेली, वहीं युवराज सिंह ने 58 गेंदों पर 47 रन बनाकर भारतीय टीम को सम्मानजनक स्कोर तक ले जाने की कोशिश की लेकिन रफीक, रज्जाक और गेंदबाजी पर वापस लगाए गए मुर्तजा ने 2 विकेट चटकाकर भारतीय टीम की पारी को संभलने नहीं दिया। मुर्तजा ने 38 रन देकर 4 विकेट चटकाए। जिसका नतीजा ये हुआ कि भारतीय टीम 200 रन भी नहीं बना पाई और 191 रनों पर सिमट गई। बांग्लादेश के सामने लक्ष्य छोटा था लेकिन ये स्कोर आसान नहीं था। भारतीय टीम में कई अच्छे गेंदबाज थे लेकिन ओपनर तमीम इकबाल ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। उन्होंने 51 रनों की पारी खेली। तमीम इकबाल का मुशफिकुर रहीम और शाकिब-अल-हसन ने अच्छा साथ दिया। दोनों बल्लेबाजों ने 56 और 53 रनों की अच्छी पारी खेली। बांग्लादेश के बल्लेबाजों ने धीमी बल्लेबाजी के लेकिन अंत में उन्होंने लक्ष्य हासिल कर लिया। पार्ट टाइम गेंदबाज वीरेंद्र सहवाग ने आखिर में 2 विकेट जरुर निकाले लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और बांग्लादेश ने भारत को हराकर टूर्नामेंट में बड़ा उलटफेर कर दिया था। 3. 2007 वर्ल्ड कप में साउथ अफ्रीका के खिलाफ (जॉर्जटाउन) 2007 के वर्ल्ड कप में लीग मुकाबलो में भारत और बरमूडा जैसी टीमों को हराने के बाद बांग्लादेश की टीम के हौसले बुलंद थे। बल्लेबाजी के लिए मुफीद पिच पर पहले बैटिंग करने उतरी बांग्लादेश को आंद्रे नेल ने शुरुआती झटके दिए। बांग्लादेश की टीम महज 84 रनों पर 4 विकेट गंवाकर मुश्किल में आ गई। लेकिन इसके बाद मोहम्मद अशरफुल ने समझदारी से बल्लेबाजी की। पहले उन्होंने आफताब अहमद के साथ मिलकर 76 रनों की साझेदारी की। इसके बाद निचले क्रम में रन गति को बनाए रखा। बांग्लादेश की तरफ से अशरफुल सबसे आखिर में आउट होने वाले बल्लेबाज रहे। लेकिन पवेलियन लौटने से पहले उन्होंने 87 रनों की शानदार पारी खेली। आखिर के ओवरो में मशरफे मुर्तजा ने 16 गेंदों पर ताबड़तोड़ 25 रन बनाकर बांग्लादेश को सम्मानजक स्कोर तक पहुंचाया। इन दोनों बल्लेबाजों की शानदार बैटिंग की बदौलत बांग्लादेश ने 251 रनों का अच्छा स्कोर खड़ा किया। साउथ अफ्रीका की तरफ से आंद्रे नेल ने शानदार गेंदबाजी की और 45 रन देकर 5 विकेट चटकाए। हालांकि गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन पर साउथ अफ्रीका के बल्लेबाजों ने पानी फेर दिया। 252 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीका की शुरुआत बेहद खराब रही और 87 रनों तक आते-आते उसके 6 विकेट गिर गए। लेफ्ट ऑर्म गेंदबाज सैय्यद रसेल ने दक्षिण अफ्रीका के टॉप ऑर्डर को ताश के पत्तों की तरह बिखेर दिया। बाकी बचा काम स्पिनर शाकिब अल हसन और अब्दुर रज्जाक ने पूरा कर दिया। साउथ अफ्रीका के लिए ऑलराउंडर शान पोलक ने थोड़ी उम्मीद जरुर जगाई लेकिन उनके रन आउट होने के बाद प्रोटियाज की आखिरी उम्मीद भी खत्म हो गई। हालांकि गिब्स एक छोर पर 56 रन बनाकर नाबाद रहे लेकिन दूसरी तरफ से उन्हे किसी भी बल्लेबाज का साथ नहीं मिला। साउथ अफ्रीका की पूरी पारी 184 रनों पर सिमट गई और इस तरह से बांग्लादेश ने एक और ऐतिहासिक जीत दर्ज की। अब्दुर रज्जाक ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 3 विकेट चटकाए। 4. 2007 टी-20 वर्ल्ड कप में वेस्टइंडीज के खिलाफ जीत (जोहानिसबर्ग) 2007 में टी-20 का पहला वर्ल्ड कप खेला गया। टी-20 वर्ल्ड कप शुरु होने के कुछ महीने पहले ही 50 ओवरों का वर्ल्ड कप हुआ था और बांग्लादेश की टीम ने उसमें इंडिया और साउथ अफ्रीका जैसी टीमों को हराकर बड़ा उलटफेर किया था। बांग्लादेश का वही प्रदर्शन टी-20 वर्ल्ड कप में भी जारी रहा। बांग्लादेश ने इस बार वेस्टइंडीज जैसी टीम को हराकर अपसेट किया। पहले बल्लेबाजी करने उतरी वेस्टइंडीज को उस समय तगड़ा झटका लगा जब सैय्यद रसेल ने विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल को बिना खाता खोले पवेलियन भेज दिया। इसके बाद शिवनारायण चंद्रपाल और डेवन स्मिथ ने संभलकर बल्लेबाजी की। मध्यक्रम में मार्लोन सैमुअल्स ने 14 गेंदों पर 27 रन बनाकर रन गति को तेजी से बढ़ाने की कोशिश की। आखिर के ओवरो में ड्वेन स्मिथ ने तूफानी बल्लेबाजी करते हुए 4 छक्कों की मदद से 7 गेंदों पर 29 रन बनाए। वेस्टइंडीज की टीम ने 20 ओवरो में 164 रनों का अच्छा स्कोर खड़ा किया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश की टीम ने शानदार शुरुआत की। मोहम्मद अशरफुल और आफताब अहमद ने महज 11 ओवरों के अंदर ही 109 रन जोड़ डाले। आफताब अहमद 49 गेंदों पर 62 रन बनाकर नाबाद रहे। अपनी खूबसूरत पारी के दौरान उन्होंने 8 चौके लगाए। अशरफुल सबसे ज्यादा खतरनाक रहे और उन्होंने महज 27 गेंदों पर 61 रनों बना डाले। अपनी पारी के दौरान उन्होंने 7 चौके और 3 लंबे-लंबे छक्के लगाए। शाकिब अल हसन ने 9 गेंदों पर 13 रन बनाए। वेस्टइंडीज के कप्तान राम नरेश सरवन ने उनका विकेट चटकाया। सरवन ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी कर रहे मोहम्मद अशरफुल को भी पवेलियन भेजा। हालांकि तब तक वेस्टइंडीज के लिए बहुत देर हो चुकी थी। बांग्लादेश ने 2 ओवर शेष रहते ही लक्ष्य हासिल कर लिया। 5. इंग्लैंड के खिलाफ 2011 वर्ल्ड कप में जीत (चिटगांव) घरेलू दर्शकों के बीच बांग्लादेश के लिए ये सुनहरा मौका था कि वो एक बार फिर से बड़े टूर्नामेंट में बड़ी टीम को अपसेट करे। इस बार उन्होंने इंग्लैंड को हराकर उलटफेर किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लिश टीम 53 रनों पर 3 विकेट गंवाकर मुश्किल में आ गई। 3 विकेट जल्दी-जल्दी गिरने के बाद जोनाथन ट्रॉट और इयन मॉर्गन ने चौथे विकेट के लिए 109 रनों की शानदार पार्टनरशिप की। नईम इस्लाम ने मोर्गन को आउट कर खतरनाक दिख रही साझेदारी को तोड़ा। मोर्गन ने 63 रनों की पारी खेली। इसके बाद इंग्लैंड की पारी संभल नहीं सकी। मोर्गन के आउट होने के कुछ देर बाद ट्रॉट भी चलते बने, उन्होंने 99 गेंदों पर 67 रन बनाए। बांग्लादेश के गेंदबाजों ने इंग्लैंड को सिर्फ 225 रन ही बनाने दिया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश की टीम को तमीम इकबाल ने अच्छी शुरुआत दी उन्होंने 26 गेंदों पर ताबड़तोड़ 38 रन बनाए। हालांकि इसके बाद इंग्लैंड के गेंदबाजों ने बांग्लादेश के जल्दी-जल्दी विकेट चटकाकर मैच को बराबरी पर ला दिया। 73 रनों पर बांग्लादेश अपने 3 विकेट गंवा चुकी थी और जब ऐसा लगा कि इंग्लैंड अब बांग्लादेश पर हावी हो रहा है तभी इमरुल काएस और शाकिब अल हसन ने बांग्लादेश की पारी को धीरे-धीरे आगे बढ़ाना शुरु किया। दोनों बल्लेबाजों ने बांग्लादेश का स्कोर 150 रनों के पार पहुंचाया और जब लगा कि बांग्लादेश अब इस मैच को आसानी से जीत लेगा लेकिन एक बार से बांग्लादेश के विकेटों का पतझड़ शुरु हो गया। एक समय 3 विकेट पर 155 रन बनाकर मजबूत स्थिति में दिख रही बांग्लादेश ने 169 रनों तक अपने 8 विकेट खो दिए। ग्रीम स्वान और अजमल शहजाद ने बांग्लादेश के मध्यक्रम को जमने का मौका ही नहीं दिया। बांग्लादेश की टीम को आखिर के 10 ओवरो में जीत के लिए 56 रन चाहिए थे और उसके पास महज 2 ही विकेट शेष बचे थे। इसके बाद बांग्लादेश ने ग्रीम स्वान को टार्गेट किया और स्वान के ओवर में 2 चौके एक छक्का लगाकर दबाव को कम करने की कोशिश की। इसके बाद 46वें ओवर में जेम्स एंडरसन ने 11 रन दे दिए। शफीअुल ने आखिर के ओवरो में शानदार बल्लेबाजी की और इंग्लैंड की जीत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। महमदुल्लाह ने टिम ब्रेसनेन की गेंद को ड्राइव कर बांग्लादेश को जीत दिला दी। इस तरह से बांग्लादेश ने एक और बड़ा उलटफेर कर दिया था। 6. 2015 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ जीत (एडिलेड) 2015 का वर्ल्ड कप इंग्लैंड के लिए काफी खराब रहा। स्कॉटलैंड के हाथों अप्रत्याशित हार मिलने के बाद जरुरी था कि टूर्नामेंट में बने रहने के लिए वो बांग्लादेश के खिलाफ मैच जीते। इंग्लैंड ने शुरुआत भी अच्छी की और पहले बल्लेबाजी करने उतरी बांग्लादेश की टीम को जल्द ही 2 झटके दे दिए। 8 रनों पर 2 विकेट गिरने के बाद महमदूल्लाह और सौम्य सरकार ने पारी को संभाला। इसके बाद 5वे विकेट के लिए महमदुल्लाह और मुशफिकुर रहीम ने 141 रनों की बेहतरीन पार्टरनशिप की। दोनों बल्लेबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत बांग्लादेश ने निर्धारित 50 ओवरो में 275 रनों का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया। इंग्लैंड ने लक्ष्य का पीछा शानदार तरीके से शुरु किया। इयान बेल ने 62 रनों की अच्छी पारी खेली। 2 विकेट पर 121 रन बनाकर इंग्लिश टीम अच्छी स्थिति में दिख रही थी लेकिन इसके बाद बांग्लादेश ने वापसी की और 163 रनों तक इंग्लिश टीम के 6 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखा दी। एलेक्स हेल्क और जोए रुट शुरुआत मिलने के बावजूद बड़ी पारी नहीं खेल सके और जेम्स टेलर और मोर्गन का बल्ला भी नहीं चला। आखिर में जोस बटलर और क्रिस वोक्स ने संघर्ष जरुर किया लेकिन तस्कीन अहमद ने बटलर को आउट कर इंग्लैंग की आखिरी उम्मीद को भी तोड़ दिया। इसके बाद रुबेल ने एक ही ओवर में 2 विकेट चटकाकर इंग्लैंड की पारी समेट दी। क्रिस वोक्स एक छोर पर 42 रन बनाकर नाबाद रहे। इंग्लिश टीम बांग्लादेश के स्कोर से 15 रन पीछे रह गई। इस तरह बांग्लादेश ने दूसरी बार इंग्लैंड को वर्ल्ड कप जैसे इवेंट में हराकर बड़ा उलटफेर किया। 7. न्यूजीलैंड के खिलाफ 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी में जीत (कार्डिफ) करो या मरो के मैच में न्यूजीलैंड की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। हालांकि कीवी टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही लेकिन तीसरे विकेट के लिए केन विलियम्सन और रॉस टेलर ने 83 रनों की साझेदारी कर न्यूजीलैंड की पारी को संभाला। पार्ट टाइम स्पिनर मोसाद्दक हुसैन ने इस साझेदारी को तोड़कर बांग्लादेश को बड़ी सफलता दिलाई। मोसाद्दक ने मैच में 13 रन देकर 3 अहम विकेट चटकाए। नियमित अंतराल पर न्यूजीलैंड की टीम के विकेट गिरते रहे। इसकी वजह से कीवी टीम 265 रन ही बना पाई। लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश की शुरुआत काफी खराब रही। तेज गेंदबाज टिम साउदी ने बांग्लादेश को शुरुआती झटके दिए। 33 रनों पर ही 4 विकेट गंवाकर बांग्लादेश मुश्किल में आ गई। न्यूजीलैंड पूरी तरह मैच पर शिकंजा कस चुकी थी। लेकिन इसके बाद जो हुआ उसने बांग्लादेश क्रिकेट इतिहास को स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज करा दिया। 4 विकेट जल्दी-जल्दी गिरने के बाद अनुभवी बल्लेबाज शाकिब-अल-हसन और महमदुल्लाह रियाद ने 5वें विकेट के लिए रिकॉर्ड 224 रनों की साझेदारी की और बांग्लादेश को शानदार जीत दिला दी। शाकिब-अल-हसन ने 114 रनों की शानदार शतकीय पारी खेली और महमदुल्लाह ने भी बेहतरीन 102 रन बनाए। वो अंत तक नाबाद रहे। इस तरह से 7वीं बार बांग्लादेश ने आईसीसी टूर्नामेंट में बड़ी टीम को हराकर उलटफेर किया।